आचार्य सौभाग्यसागर जी का पिच्छिका परिवर्तन समारोह आज

शिवपुरी-संयम के व्रतों को अंगीकार कर अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाने वाले श्रावकों में से किन्हीं एक को चातुर्मास पूर्ण होने के उपरांत आयोजित होने वाले पिच्छिका परिवर्तन समारोह में पिच्छिका ग्रहण करने का सुअवसर मिलता है। इस अनूठे आयोजन में शामिल होने के लिए न केवल स्थानीय श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है बल्कि आसपास के जैन समाज के लोग भी बहुतायत में आते हैं।

25 नवंबर को छत्री जैन मंदिर पर आयोजित होने वाले पिच्छिका परिवर्तन समारोह में आचार्य सौभाग्यसागर एवं मुनि सुरत्नसागर महाराज द्वारा पिच्छिका परिवर्तन किया जाएगा। वहीं चन्द्रप्रभु जैन मंदिर पर दोपहर 12 बजे से आयोजित होने वाले कार्यक्रम में आर्यिका विनम्रमति माताजी पिच्छिका परिवर्तन करेंगी।

छत्री मंदिर पर प्रात: 8 बजे से होगा आयोजन


छत्री जैन मंदिर पर प्रात: 8 बजे से आचार्य सौभाग्य सागर महाराज, मुनि सुरत्नसागर महाराज ससंघ द्वारा एक कार्यक्रम के दौरान पिच्छिका परिवर्तन किया जाएगा। ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष बच्चनलाल जैन पत्तेवाले, उपाध्यक्ष राजकुमार जैन जड़ीबूटी तथा मंत्री प्रकाश जैन ने बताया कि इस अवसर पर अन्य संघस्थ साधु भी पुरानी पिच्छिका किसी व्रती श्रावक को देंगे और नई पिच्छिका चुनिंदा पात्रों से ग्रहण करेंगे। छत्री जैन मंदिर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम के दौरान 25 नवंबर को तपस्वी सम्राट आचार्य सनमतिसागर महाराज का 51 वां दीक्षा दिवस समारोह तथा आचार्य सौभाग्यसागर महाराज का 48 वां जन्मोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 

चन्द्रप्रभु जिनालय पर दोपहर 12 बजे से होगा कार्यक्रम


चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर पर दोपहर 12 बजे से पिच्छिका परिवर्तन समारोह आर्यिका विनम्रमति जी द्वारा किया जाएगा। ट्रस्ट समिति की अध्यक्ष चौधरी अजित कुमार जैन तथा उपाध्यक्ष सूरज जैन ने बताया कि दोपहर 12 बजे से आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम में संयमी व्रती लोगों को पिच्छिका प्रदान करने के साथ-साथ ग्रहण करने का सौभाग्य आर्यिका विनम्रमति माताजी द्वारा दिया जाएगा।