भावुका धाम पर श्री लक्ष्मी नारायण विष्णु महायज्ञ में बह रही धर्मज्ञान गंगा


शिवपुरी-ईश्वरीय भक्ति के अनूठे आयोजन की गाथा इन दिनों शहर से 35 किमी दूर भावुकधाम में गाई जा रही है जहां भक्ति में लीन ग्रामवासी ही नहीं अपितु शहरवासी भी उमड़कर भावुकधाम पहुंचकर धर्मलाभ ले रहे है। अपने हठ के लिए प्रसिद्ध हठयोगी संत हरिहरपुरी जी महाराज ने एक बार फिर हठ किया और अपने शरीर पर जवारे बोकर ईश्वरीय भक्ति की साधना में जुट गए।


संतश्री के इस हठ से ओतप्रोत ग्रामवासी इन दिनों महाराज की और भावुकाधाम में चल रहे संगीतमय धार्मिक आयोजनों की भक्ति में लीन है। छोटे से लेकर बडे बुजुर्ग महिलाऐं सभी मन-मन-धन से इस भव्य आयोजन में शामिल होकर ईश्वरीय गुणगान कर रहे है। इस भव्य आयोजन में शहरवासियों से आग्रह है कि वह भावुकधाम पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करें। 

शहर से 35 किमी दूर स्थित भावुका धाम पर मॉं भगवती पराम्बा योग साधना के उपलक्ष्य में विश्वशांति के लिए विराट आयोजन श्री लक्ष्मी नारायण विष्णु महायज्ञ का आयोजन बीते 9 अक्टूबर से प्रारंभ होकर आगामी 10 नवम्बर तक स्थानीय भावुकाधाम ग्राम डोंगरी, झोंपड़ी पंचायत करई कैरऊ जिला शिवपुरी पर किया गया है। इस आयोजन के मुख्य कर्ताधर्ता हठयोगी संतश्री हरिहरपुरी जी महाराज सिद्ध तपोभूमि भावुकाधाम एवं यज्ञ आचार्य पं.दिनेशचन्द्र शास्त्री बनारस वाले है। 

जिनके मार्गदर्शन में धर्मप्रेमीजनों ने जहां 10 अक्टूबर को दशविधि स्नान, श्रीगणेशपूजन,पितृों का आह्वान किया वहीं 11 अक्टूबर को दशगात विधान एवं पिण्डदान व 15 अक्टूबर को सर्व पितृ शांति स्नान, दान, तर्पण, ब्राह्मण भोज हुआ तत्पश्चत 16 अक्टूबर से आचार्य दिनेशचन्द्र शास्त्री के सानिध्य में संगीतमय श्रीरामकथा का वाचन किया गया जो गत 25 अक्टूबर को संपन्न हुई। 

इसके बाद संगीतमय श्रीमद् भागवत एवं रासलीला का आयोजन 26 अक्टूबर से किया गया जहां दोप.12 बजे से 5 बजे तक कथा एवं रात्रि में रासलीला का मंचन जारी है। इसी दौरान अपने हठ के लिए प्रसिद्ध श्री हरिहरपुरी जी महाराज ने प्रण किया कि वह अपनी साधना स्वरूप शरीर पर जवारे बोकर ईश्वरीय भक्ति करेंगे जिसका परिणाम यह हुआ कि गत 26 अक्टूबर से महाराज श्री शरीर पर जवारे बोकर वायुपान व्रत पर रहते हुए विश्व कल्याण के लिए मॉं भगवती पराम्बा योग साधना साधना में लीन है जो 6 नवम्बर को पुख्य नक्षत्र में ब्रह्म मुहूर्त में संत श्री हरिहरपुरी जी महाराज की योग साधना जागृति होगी। 

इस दौरान वहां धर्मप्रेमीजनों द्वारा रामधुन व संगीत के विभिन्न कार्यक्रम, नृत्य किए जाकर महाराजश्री की साधना की सफल कामना की प्रार्थना की जा रही है। अपने आशीर्वाद से धन्य कर रहे श्री हरिहरपुरी जी महाराज ने बताया कि विशाल संत सम्मेलन एवं संत दर्शन 2 नवम्बर को पांच दिवसीय शुरू होगा, 5 नवम्बर को पधारे संतों के दर्शन, 6 नवम्बर को संतश्री हरिहरपुरी जी महाराज योग जागृति एवं रूद्रमहाभिषेक, दर्शन मेला का शुभारंभ होगा। श्री लक्ष्मी लक्ष्मीनारायण महायज्ञ 8 नवम्बर को आरणीमंथन हवन शुभारंभ होगा जो 10 नवम्बर को पूर्णाहुति एवं विशाल भण्डारे के साथ संपन्न होगा।। समस्त धर्मप्रेमीजन इस भव्य धार्मिक आयोजन में पुण्य लाभ अर्जित कर सहभागी बनें।