सुविधा की जगह दुविधा बने रोड सिग्नल



राजू (ग्वाल)यादव/ शिवपुरी-शहर को सुव्यवस्थित यातायात बनाने के लिए किया गया रोड सिग्नल का अनूठा प्रयास नि:संदे प्रशंसनीय है लेकिन यदि यह यातायात नियमित रूप से कार्य करें तो इसके और सार्थक परिणाम भी नजर आऐंगे साथ ही आमजन भी इन नियमों का पालन करेंगें लेकिन इन दिनों जब से गुरूद्वारा चौराहे पर रोड सिग्नल की शुरूआत हुई है तब से यह सुविधा की जगह दुविधा जैसे हालात उत्पन्न कर रहा है
क्योंकि जब-जब बिजली होती है तब-तब सिग्नल काम करते है लेकिन बिजली ना होने के बाद सिग्नल बंद हो जाते है ऐसे में कई बार वाहन चालक इन सिग्नलों की अनदेखी कर वाहनों से आवागम करता है तो दुर्घटनाओं की संभावना भी बढ़ जाती है वहीं प्रशासन की अतिक्रमण मुहिम पर सवालिया निशान लगा है जहां ठण्डी सड़क का अतिक्रमण तो प्रशासन को नजर आ गया लेकिन अन्य नगर के चहुंओर अतिक्रमण पर नजर प्रशासन की नहीं गई। इस तरह के कार्यों से प्रशासन ने आमजनता की भावना से खिलवाड़ किया है जो बर्दाश्त योग्य नहीं है। 


किसी भी शहर में यातायात व्यवस्था बहाल हो तो निश्चित मानिए कि वहां शहर में दुर्घटनाऐं भी कम होंगी और नागरिक यातायात के नियमों का पालन भी करेंगे। शहर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अब्दुल रफीक खान अप्पल, जिला निगरानी समिति के जिलाध्यक्ष अब्दुल खलील भाई, पूर्व पार्षद व कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष सफदर बेग मिर्जा, ब्लाक कांग्रेस निगरानी समिति के ब्लॉक अध्यक्ष बृजेश गुप्ता, एम.के.टायर के संचालक अमजद पठान आदि ने यातायात पर अपने विचार रखते हुए बताया कि शिवपुरी नगर को महानगरों जैसी व्यवस्था में ढालने का प्रयास यातायात विभाग ने किया और गुरूद्वारा चौराहे पर रोड सिग्नल लगाकर यहां यातायात व्यवस्थित किया लेकिन ये क्या महज चंद घंटों चलने वाले इस यातायात की कमान अब विभाग से छूटती नजर आ रही है। जहां जागरूकता के अभाव में लोग यातायात के नियमों का पालन नहीं कर पा रहे है तो वहीं दुर्घटनाओं की संभावना भी बढऩे लगी है। स्वचालित रोड सिग्नल इन दिनों अपनी ही दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है यहां बिजली होती है तो लोग सिग्नल को देखकर रूकते और बढ़ते है तो वहीं बिजली ना होने पर कई बार दुर्घटना की संभावना अधिक रहती है। वहीं ठण्डी सड़क के अतिक्रमण को हटाकर प्रशासन ने भेदभावपूर्णनीति से कार्य किया है जो बर्दाश्त योग्य नहीं है आज सैकड़ों परिवार अपनी रोजी-रोटी के लिए सड़कों पर आ गया वहीं दूसरी ओर पूरे शहर में अनेकों जगह अतिक्रमण पसरा पड़ा है अब तो प्रशासान की गाईड लाईन के मुताबिक दी गई समयावधि भी पूरी हो चुकी है फिर यह अतिक्रण मुहिम क्यों बंद कर दी गई? अगर यही हाल रहा तो आमजन का आक्रोश फूटेगा और प्रशासन को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। 

इनका कहना है-

रोड सिग्नलों के लिए बिजली की पर्याप्त व्यवस्था चाहिए और शिवपुरी एक छोटा सा शहर है यहां विद्युत कटौती होती है इसलिए सिग्नल कभी-कभार बंद हो जाते है लेकिन आगामी जनवरी माह में प्रदेश सरकार 24 घंटे बिजली प्रदाय किए जाने की बात की है तो संभवत: जब 24 घंटे बिजली मिलेगी तब सुचारू रूप से सभी रोड सिग्नल भी काम करेंगे। इन सिग्नलों को जनरेटर या अलग से बिजली से नहीं चलाया जा सका क्योंकि इसमें लोड बहुत होता है इसलिए नगर की लाईट के साथ ही सिग्नल काम करेंगे। 

कविन्द्र सिंह चौहान
यातायात प्रभारी शिवपुरी