मांझी समाज के विशाल सम्मेलन में लिया पूर्ण नशामुक्ति का संकल्प



शिवपुरी -जिले के नरवर के निकट ग्राम फुटतला में सिद्ध बाबा के आश्रम पर विगत दिवस 184 ग्रामों में निवासरत मांझी समाज के लोगो ने महापंचायत का आयोजन किया गया। इस आयोजन में प्रदेश के कई जिलों के जागरूक,विद्वान तथा अनेक नेता गणों ने भाग लिया इन समझदार लोगों की उपस्थिति में यह संकल्प लिया गया कि अब इस समाज से इस नशा रूपी केंसर का पूर्ण खातमा कर इस अज्ञान, अशिक्षा एवं अंधविश्वास में जकड़ी भोली-भाली समाज को बचाना है।


यह समाज शराब, गांजा,भांग,बीड़ी, तम्बाकू, गुटका आदि का सेवन आज के बाद बच्चे से लेकर बुजुर्ग कभी-भी सेंवन नहीं करेगी। साथ ही महापंचायत में यह संकल्प लिया गया कि इस समाज की माता-बहनें (विधवा एवं असहाय को छोड़कर) चोका-बर्तन एवं मजदूरी करने भी नहीं जाएगीं तथा इस समाज की किषोरी लड़कियॉ जीन्स का पेन्ट-षर्ट नहीं पहनेगीं। 

समाज में जन्में प्रत्येक बालक-बालिकाओं को पढऩे के लिए अनिवार्य षिक्षा दिलाना,14वर्ष की उम्र तक के बच्चो से कोई बैगारी एवं बालश्रम न कराना, यदि समाज में कोई घटना या लड़ाई झगड़े के विवाद आते है तो उनका निराकरण उस ग्राम की समाज पचांयत द्वारा करा जायेगा। साथ ही निर्णय लिया कि अन्ये छोटे-बड़े फैसले भी पंचायत लेगी। यह आन्दोलन ग्वालियर जिले के चांदपुरा गांव से विगत माह से प्रारम्भ किया गया है। अबतक 184ग्रामों में पूर्ण प्रतिबम्ध लगवाकर गांव में खुषहाली का श्रीगणेष हो चुका है तथा प्रदेष के 50 जिलों में इस व्यवस्था को लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। 

इस आन्दोलन का प्रारम्भ ड़बरा शहर के मांझी कीर जनजाति विकास संस्था के वरिष्ठ समाज सेवी रघुकेवट द्वारा किया गया है। जिसमें समाज के सभी विद्वान,ज्ञानी, नेता सभी का भरपूर सहयोग मिल रहा हैं। सम्मेलन में कप्तान सिंह केवट, नारायनसिंह, भरोसा,रामदयाल, हरी केवट, अषोक बाथम, सुनील बाथम,राजू बाथम रावगढ़, भोंदूराम, राम सिंह केवट, मंगली केवट, लक्ष्मण ,रामप्रसाद एंव हजारों की तादाद में समाज के लोग उपस्थित थे।