ये कैसा मजाक: वर्मा नर्सिंग होम के कम्पाउण्डर पर गैरा इरादतन हत्या का मामला दर्ज


शिवपुरी- फिजीकल चौकी क्षेत्र में स्थित वर्मा नर्सिंग होम में पदस्थ कम्पाउण्डर द्वारा बीते 8 अक्टूबर को नर्सिंग होम में भर्ती एक महिला को गलत इंजेक्शन और दवाईयां दे दी थी जिसके बाद दूसरे दिन सुबह 6 बजे महिला की मौत हो गई थी।  इसके बाद गुस्साएं परिजनों ने वर्मा नर्सिंग होम तोडफ़ोड़ कर दी थी। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद स्थिति को काबू में किया गया और महिला की मौत के बाद मर्ग की कायमी कर जांच शुरू की। जांच के बाद नर्सिंग होम पदस्थ कम्पाउण्डर को दोषी मानते हुए पुलिस ने आरोपी कम्पाउण्डर के खिलाफ धारा 304 ए के तहत मामला दर्ज कर लिया है। 


प्राप्त जानकारी के अनुसार विष्णु मंदिर छत्री रोड़ पर स्थित वर्मा नर्सिंग होम में बीते 8 अक्टूबर को  बदरवास की निवासी प्रभा सोनी पत्नि हरीचरण सोनी उम्र 40 वर्ष की पुत्री शैलू सोनी पत्नि घनश्याम सोनी का स्वास्थ्य खराब होने के चलते वह शिवपुरी के वर्मा नर्सिंग होम में भर्ती हुई थी। उल्टी दस्ती से पीडि़त शैलू की तबियत देखने मृतिका प्रभा अपने पति हरीचरण सोनी के साथ वर्मा नर्सिंग होम में आई थी। जहां वह कुछ देर रूकी। उसके बाद मृतिका प्रभा को भी बुखार का आ गया और उसने वर्मा नर्सिंग होम में ही अपना उपचार करवाया। उसके बाद चिकित्सक ने उसे भर्ती कर लिया। इसी दौरान रात्रि करीब 3:30 बजे प्रभा की हालत बिगड़ गई और उसके सिर के पिछले हिस्से में दर्द होने लगा। प्रभा के पति ने बिगड़ती की हालत की सूचना अस्पताल में उपस्थित कम्पाण्डर कृष्णकांत कुशवाह को दी। इसके बाद कृष्णकांत ने चिकित्सक से फोने पर संपर्क कर प्रभा को लगातार दो इंजेक्शन लगा दिए। इंजेक्शन लगने के बाद प्रभा की हालत और बिगडऩे लगी। प्रभा के परिजनों नर्सिंग होम में उपस्थित स्टाफ को सूचना दी। इसके बाद स्टाफ ने डॉक्टर से फोन पर संपर्क किया जिस पर डॉक्टर ने परिजनों को आश्वासन दिया कि मैं पांच मिनिट में आ रहा हूं। घबराने की कोई जरूरत नहीं है। डॉक्टर से बात करने के बाद कम्पाउण्डर कृष्णकांत ने फिर से दवाईयां देना शुरू कर दिया। इसी दौरान 9 अक्टूबर को सुबह 6 बजे प्रभा की मौत हो गई। प्रभा की मौत के  बाद उसके परिजनों ने नर्सिंग होम पर तोडफ़ोड़ करना शरू कर दी। परिजनों के तीखे तेवर देख स्टाफ और भर्ती मरीज वहंा से खिसक लिए। घटना की जानकारी जब पुलिस को लगी तो पुलिस ने वहां की स्थिति काबू में की और मर्ग की कायमी कर जांच शुरू कर दी। जांच में पुलिस को कम्पाउण्डर कृष्णकांत कुशवाह द्वारा दी गईं दवाईयां और इंजेक्शन गलत दिए गए थे। जिससे प्रभा की मौत होना जांच में आया। उसके बाद पुलिस ने आरोपी कम्पाउण्डर कृष्णकांत के खिलाफ लापरवाहीपूर्वक कार्य करने का मामला दर्ज कर लिया है। जिसमें अधिकतम दो वर्ष की सजा का निर्धारित है और यह जमानती अपराध है। वहीं परिजनों की मांग हैं कि इस मामले मेें आरोपी कम्पाउण्डर के खिलाफ गैरइरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए।