अब हर एरिए में मिल जाता है रेड रिबन

ललित मुदगल/ शिवपुरी। एक समय यह शहर रेडलाइट एरिया और बेडिय़ा जाति की वैश्याओं के लिए भी लोकप्रिय हुआ करता था। दिल्ली और मुंबई की वैश्याएं शिवपुरी में छुट्टियां बिताने आतीं थीं। यहां गोल्ड में इन्वेस्टमेंट भी सबसे ज्यादा बेडिय़ा समाज का ही हुआ करता था, परंतु अब किसी एरिए को रेडलाइट करने की जरूरत नहीं है। अब हर कालोनी में मिल जाते हैं रेड रिबन।

शिवपुरी में सेक्स वर्कर्स अब खुलेआम घूमते हैं। उन्होंने इसे एज प्रोफेशन अपना लिया है। इतना ही नहीं इस बाजार में अब कॉम्पटीशन भी आने लगा है। इसी के चलते 5000 से लेकर 500 रुपए तक परनाइट चार्जेज तय किए जाने लगे हैं। मंहगाई का असर इस कारोबार पर अभी दिखाई नहीं पड़ रहा है, अलबत्ता सुविधाएं जरूर बढ़ती जा रहीं हैं। पहले केवल ग्लास मिला करते थे, बाद में स्नेक्स और अब बीयर व वाइन भी उपलब्ध होने लगी है।

ग्राहक नहीं गेस्ट कहिए


शिवपुरी के सेक्सवर्कर्स शहर के पॉश इलाकों में अपने गेस्ट को बुलाते हैं। जी हां, अब ग्राहक नहीं उन्हे गेस्ट कहा जाने लगा है। पुलिस से सांठगांठ तो बहुत पुरानी परंपरा है। क्या करें पुलिस अधिकारियों को भी कई बार अपने लिए तो कई बार अपनों के लिए जरूरत पड़ ही जाती है।

गेजेट्स के लिए सेक्स सप्लाई


बेडिय़ा समाज के अलावा भी कई युवतियां सेक्स सप्लाई करने लगीं हैं। सामान्यत: इनमें वो युवतियां शामिल हैं जो मध्यमवर्गीय परिवारों से हैं, लेकिन उन्हें मंहगे गेजेट्स का शौक है। सेमसंग का गैलेक्सी स्मार्टफोन हो, या कोई दूसरा गैजेट। यदि पेरेन्ट्स नहीं दिलाते तो गेस्ट ही सही।

और भी है बहुत कुछ


इस प्रोफेशन में अब और भी कई आश्चर्यचकित करने वाले बिन्दु जुड़ गए हैं। धीरे धीरे हम उनकी परतें भी खोलते जाएंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि शहर के किन किन इलाकों में मौजूद हैं सेक्स वर्कर्स और किस-किस से कनेक्टेड है शिवपुरी का सेक्स सप्लाई सर्विस सेंटर।