अवैध शराब के कारोबार पर पुलिस के पराश्रय से भड़की पुलिस, प्रेस को दी अपनी सफाई


राजू (ग्वाल) यादव/ शिवपुरी/ यूं तो पुलिस विभाग अपनी कार्यवाही को लेकर आए दिन कहीं अपराधियों को पकड़ते है तो वहीं जुआ, चोरी, लूट, अपहरण,हत्या व अन्य मामलों में भी जुटे रहते है लेकिन बीते रोज बम्हारी थाना क्षेत्र के ग्राम कैरऊ में अवैध शराब विक्रय को रोकने का आदिवासियों ने जो हौंसला दिखाया उससे आबकारी विभाग के ही होश उड़ते नजर आ रहे है।

इस मामले में एक दैनिक समाचार पत्र ने आबकारी अधिकारी के बयान को जिस प्रकार से प्रकाशित किया उसमें अधिकारी ने अवैध शराब के कारोबार को पुलिस विभाग का पराश्रय बताया लेकिन असली हकीकत में पुलिस ने तो अपना पाक-साफ रास्ता आज मीडिया के समक्ष रख दिया जहां पुलिस विभाग से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में विभिन्न क्षेत्रों में अवैध शराब कारोबारियों के विरूद्ध की गई कार्यवाहियों का उल्लेख कर दिया। इस संबंध में जब हमारे संवाददाता ने आबकारी अधिकारी से बात की तो उनका कहना था कि अवैध शराब के कारोबार में पुलिस और आबकारी दोनेां मिलकर कार्य करते है लेकिन जो बयानबाजी हुई है उससे आबकारी विभाग सहमत नहीं है। अब इस बयान को लेकर आबकारी विभाग पर ऊं गली उठना तय है। बताया गया है कि जल्द ही आबकारी विभाग भी इस संबंध में विभाग द्वारा की गई कार्यवाहियों को मीडिया के समक्ष रखकर अपनी बात रखेगा। 

यहां बता दें कि आदिवासियों के उत्थान व विकास के लिए शहर के वरिष्ठ पत्रकार संजय बैचेन इन दिनो ग्राम-ग्राम में मुहिम चलाकर अवैध शराब, जुआ व अन्य बुरी चीजों से ग्रामीणों को तौबा कराने के लिए प्रयासरत है और काफी हद तक उनके प्रयास कामयाब भी हुए है। हम बात करें जिले के सिरसौद की तो यहां ग्राम करई में अधिकांशत: सभी आदिवासियों ने शराब का नशा ना करने की शपथ तो ली ही साथ ही ग्राम में अवैध शराब या शराब के विक्रय पर भी प्रतिबंध लगाने के लिए लामबंद्व हो गए। इसी प्रकार के कार्य अन्य ग्रामों में भी जारी है। 

इसी क्रम में गत दिवस थाना बम्हारी के अंतर्गत आने वाले ग्राम कैरऊ में जब अवैध शराब बिकने के लिए पहुंची तो यहां ग्रामवासियों ने विरोध दर्ज कराकर हंगामा किया और अवैध शराब विक्रेताओं को भी खदेड़ दिया साथ ही वहां लाई गई कच्ची शराब को रोड पर फैलाकर हंगामा किया। ऐसा नहीं है कि इस मामले से पुलिस अनभिज्ञ है बल्कि पुलिसिया कार्यवाही ना होने का ही परिणाम है कि यहां अवैध शराब बिक्री के लिए आई, ग्रामवासियों ने पुलिस को पहले ही सूचित कर दिया था कि ग्राम कैरऊ में अब शराब विक्रय पर सेवन पर पूर्णत: प्रतिबंध लग गया है इसलिए ग्राम में अवैध शराब आई तो वह बर्दाश्त नहीं होगी। जिसका परिणाम गत दिवस देखने को मिला। 

यहां ग्रामवासियों ने जिस प्रकार से अपना विरोध दर्ज कराया उससे प्रतीत होता है कि अब आदिवासी भी सुधरने के प्रयास में है। वरिष्ठ पत्रकार संजय बैचेन के सराहनीय प्रयासों को सफलता मिलेगी इसे हम नकार भी नहीं सकते क्योंकि इन आदिवासियों के समक्ष तो पुलिस विभाग के आई.जी., डी.आई.जी. व पुलिस अधीक्षक ने सुध ली है और इन्हें आश्वस्त किया है कि इनके ग्रामों में कोई भी अवैध शराब का विक्रय नहीं कर सकेगा। 

लेकिन बीते रोज जो घटना हुई उस मामले को लेकर एक समाचार पत्र ने आबकारी अधिकारी का लिखित बयान प्रकाशित किया जिसमें अवैध शराब के विक्रय को पुलिस का पराश्रय बताया। पुलिस की मिलीभगत को पुलिस विभाग ने देर शाम साफ कर दिया और स्वयं के द्वारा आबकारी अधिकारी के बयान की निंदा की और पुलिस विभाग द्वारा जिले भर में अवैध शराब कारोबारियों के विरूद्ध की गई कार्यवाहियों को दोहराया।

यह रहा पुलिस का बयान


पुलिस विभाग द्वारा आबकारी अधिनियम के अंतर्गत की गई कार्यवाहियों के जो परिणाम मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किए गए है उसमें बताया गया है कि पुलिस विभाग शिवपुरी द्वारा वर्ष 2012 में दिनांक 15 अक्टूबर को आबकारी अधिनियम के अंतर्गत 640 अपराध पंजीबद्ध किये जाकर 8770 लीटर देशी/हाथ भट्टी की शराब, 1507 पेटी तथा 488 लीटर अंग्रेजी शराब एवं 335 बोतल बीयर जप्त की गई इसके साथ-साथ थाना कोलारस में अ.क्रं.142/12 जिसमें 1507 पेटी एवं 1205 क्र्वाटर अंग्रेजी शराब मय ट्रक के जप्त की, थाना करैरा में अ.क्रं.122/12 पर जिसमें कंजरों के ठिकाने पर दबिश देकर 1500 लीटर हाथभट्टी की शराब मय उपकरणों के जप्त की गई, थाना दिनारा में अ.क्रं.9/12 पर जिसमें 1296 क्वार्टर अंग्रेजी शराब जप्त की, थाना भौंती में अ.क्रं.126/12 जिसमें 160 लीटर देशी शराब मय मारूति वैन के जप्त की गई एवं थाना भौंती में अ.क्रं.129/12 पर जिसमें 180 लीटर देशी शराब मय मारूति वैन के जप्त की गई। इस प्रकार पुलिस अधिकारियों को जब भी किसी स्त्रोत से अवैध शराब संबंधी सूचना मिलती है तो उस पर त्वरित कार्यवाही होती है। वहीं अगर जिला आबकारी अधिकारी को लगता है कि पुलिस अवैध शराब विक्रेताओं को प्राश्रय देती है तो आबकारी विभाग कार्यवाही करने के लिए स्वतंत्र है उस पर पुलिस की कोई बंदिश नहीं है बल्कि आबकारी विभाग का मुख्य कार्य ही यही है। ऐसा बयान आज पुलिस विभाग द्वारा जारी किया गया। 

इनका कहना है-

अवैध शराब के बारे में पुलिस का संरक्षण होना बिल्कुल असत्य एवं निराधार है आबकारी अधिकारी ने अवैध शराब संरक्षण पर पुलिस पर जो आरोप लगाए है वह तथ्यहीन, बेबुनियाद व आधारहीन है चूंकि आबकारी विभाग छोटा है इसलिए पुलिस विभाग सहायता के लिए तैयार है लेकिन अगर आबकारी अधिकारी इस तरह की बयानबाजी करेंगे तो यह सही नहीं है। अभी हमने मीडिया को जो अवैध शराब विक्रय पर की गई कार्यवाहियां बताई है वह तो नाम मात्र की है बल्कि ऐसी ही सैकड़ों कार्यवाहियां पुलिस विभाग द्वारा की गई है। 

आर.पी. सिंह
पुलिस अधीक्षक
शिवपुरी


इनका कहना है-

अवैध शराब को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, इसके लिए हम शीघ्र ही पुलिस अधीक्षक से चर्चा करेंगे और ग्राम-ग्राम व शहर में संचालित अवैध शराब कारोबार पर प्रतिबंध लगाने व की जाने वाली कार्यवाहियों को लेकर शीघ्र ही अभियान चलाऐंगे। पुलिस का सहयोग हमें मिलता है और हम भी मिलकर कार्यवाही करेंगे।

शैलेष सिंह
आबकारी अधिकारी
शिवपुरी