वर्षों बीते पर नहीं सुधरी विस्थापितों की हालत, मूलभूत सुविधाओ से वंचित



शिवपुरी/ करैरा- शिवपुरी मड़़ीख़ेड़ा बांध बनाने से विस्थापित हुए लोगों के विस्थापन को सात साल बीत जाने के बाद भी प्रशासन ने रोजगार की व्यवस्था नहीं की है। ग्रामीणें का जमीन-मकान बांध के डूब क्षेत्र में आने से पहले ही जाता रहा। पुनर्वास के नाम पर नया अमोला गांव में इन्हें बसाया गया, लेकिन यहां बिजली, पानी, की सुविधा नहीं है। अब यहां के बाशिंदे दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। और शासन प्रशासन के जन प्रतिनिधियों को कोस रहै है। 

यहां एक तरफ प्रदेश के मुखिया शिवराज सिह स्वयं को किसान पुत्र बताते हुए किसानों गरीबों के हित की बात करते है वही उनके प्रदेश में ग्राम अमोला कि पुनरवास कालोनी के विस्थापित रोजगार के लिये तरस रहै है जबकी गरीबों को रोजगार मुहैया कराने हेतु मनरेगा भी पूरे जिले व प्रदेश में संचालित है फिर भी यहां के गरीब पलायन कर अन्यत्र मजदूरी करने को विवश है।लगभग सात वर्ष पहले जिला प्रशासन ने विस्थापितों के पुर्नवास को लेकर तमाम वायदे ग्रामीणों से किए थे। 

लेकिन उन पर अमल आज तक नही किया गया।  ग्रामीणजनों की मानें तो प्रशासन की अनदेखी से वे सब कुछ गवां चुके हैं। इन लोगों को जमीन के बदले मुआवजे के तौर पर रुपए मिले, मकानों के बदले प्लॉट मिले। लेकिन हाथों को काम नहीं मिला जिसके कारण तीन ग्राम पंचायतों के करीब 10 हजार ग्रामीण पिछले सात सालों से रोजगार ना मिलने के कारण बेरोजगार बैठे है। हमारे करैरा संवाददाता को नए अमोला के कॉलोनी क्रमांक-2 में निवासरत राम गोपाल साहू, धनीराम कोली सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि हमें जबसे विस्थापित किया गया है, तब से लेकर आज तक कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई हैं। न तो यहां बिजली की सुविधा है और ना ही सड़़कें। पानी की कोई सुविधा नहीं दी गई है।

 विस्थापितों की बार-बार जन सुनवाई में शिकायत करने के बावजूद समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। इतना ही नही ग्रामीणों ने प्रदेश की राजधानी भोपाल भी अपनी आवाज पहुंचाई हैं, लेकिन समस्या जस की तस है। 

इनका कहना है
गांव में विस्थापितों के लिए जिला प्रशासन द्वारा कोई सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है। कई बार इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों से शिकायत करने पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़़ा है।

सोनू सैन 
स्थानीय निवासी


नया अमोला, कांठी, मिलौनी सहित अन्य डूब प्रभावित क्षेत्रों में ग्रामीणजनों को खासी परेशानी उठानी पड़़ रही है। मेरे द्वारा उक्त गांव में जाकर भी देखा जा चुका है मेरे समक्ष भी ग्रामीणों ने अपनी समस्याऐं बताई थी जिनके आधार पर मेरे द्वारा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारीयों को ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर पत्र भेजा जा रहा है।

महेन्द्र साहू 
मण्डल उपाध्यक्ष भाजपायुमो करैरा


ग्राम नया अमोला सहित अन्य विस्थापित क्षेत्रों कि समस्याओं की जानकारी मुझे प्राप्त हो चुकी है शीघ्र ही सिंचाई विभाग के ई से चर्चा कर ग्रामीणों की समस्याओं का निदान किया जाएगा। 

आर.के.जैन
कलेक्टर शिवपुरी