जंगल की जमीन पर खुलेआम हो रही है खेती

अशोक चौबे/ शिवपुरी/ कोलारस। कोलारस मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूरी पर स्थित ग्राम सरजापुर वन क्षेत्र मे सैकड़ों बीघा वन भूमि पर अतिक्रमण इन दिनो पैर पसारता जा रहा है। अतिक्रमण ग्राम सरजापुर में ही नहीं वल्कि इस वीट के ग्राम रामराई, कूड़ा, सिरनोदा, मितौजी एवं कार्या क्षेत्र के ग्राम दीगोधी में सैकड़ों बीधा भूमि पर सोयाबीन की फसल कट कर रसद माफियाओं की जेब में एवं वन विभाग के कर्मचारियों की जेब में पहुंच जाती है वन विभाग के कर्मचारियो द्वारा कार्यवाही न करना रिश्वत लेने की ओर इंगित करता है।

एक ओर तो मध्य प्रदेश शासन अतिक्रमण रोकने के लिए मुहिम छेड़ता जा रहा है वहीं दूसरी ओर वन विभाग के छोटे कर्मचारी ही नहीं वल्कि जिले में बैठे आला अधिकारी भी कार्यवाही करने में उनकी कलम काम नहीं कर रही है। कार्यवाही के लिए विभाग झांकी बनाकर तो ऐसे जाता है कि आज पूरी वन भूमि दबंगों के कब्जे से मुक्त हो जाएगी लेकिन सफेदपोशों के फोन की वजय से सिर्फ बागड़ में आग लगाना की पूरी कार्यवाही मान ली जाती है। अगर प्रशासन चाहे तो जमीन में मशीन द्वारा गड्डे भी कराये जा सकते हैं जिससे कभी भी वन भूमि पर कोई दबंग अपना हल न चला सके। जब सरजापुर के ग्रामीणों द्वारा डिप्टी रेंजर को इस बारे में बताया तो उन्होंने महज आश्वासन पल्ला झाड़ लिया। ग्रामीणों ने वरिष्ठ अधिकारियों से मांग की है वन भूमि को अतिक्रमण से मुक्त कराई जाये।

इन्होंने कहा
मैं दो चार दिन में अतिक्रमण को पूरी तरह साफ  कर देता हूं और वन भूमि जेसीबी मशीन से गड्डे भी खुदवा देता हूं

अरूण भार्गव डिप्टी रेंजर