करैरा में आंगनबाडिय़ों की हालत खस्ता, कार्रवाई की दरकार

शिवपुरी/करैरा। जिले के करैरा क्षेत्र में इन दिनों आंगनबाड़ी केन्द्रों की हालत खस्ता है। यहां बीते कई महीनों से कई जगह तो आंगनबाड़ी केन्द्रों के गेट ही नहीं खुले तो कई जगह पोषण आहार का वितरण नहीं हुआ। शासन की योजनाओं को मटियामेट करने वाले इन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर यदि प्रशासन औचक कार्यवाही करें तो यहां कई अनियमितताऐं नजर आएंगी और संबंधितों के विरूद्ध कार्यवाही करने से यहां व्यवस्थाऐं भी दुरूस्त होंगी। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन व महिला बाल विकास विभाग से इस ओर शीघ्र कार्यवाही की मांग की है।

यहां बता दें कि करैरा क्षेत्र में वार्ड क्रमांक से 01 से लेकर 15 तक जितने भी आंगनबाड़ी केन्द्र है वह या तो किसी राजनैतिक  षडयंत्र का ताना-बाना बुनकर चल रहे है या फिर इन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर किन्हीं दबंगाईयों का कब्जा है। प्रशासन की नाक के नीचे शासन की योजनाओं को धता बताने वाले इन आंगनबाड़ी केन्द्रों की वर्तमान दुर्दशा पर गौर किया जाए तो यहां कई सारी अनियमितताऐं नजर आऐंगी। यहां तक की क्षेत्र में अब प्रजातंत्र में अपनी गहरी पैठ रखने वाले कुछ पत्रकार साथी भी इन आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अपनी पैठ जमाने से पीछे नहीं हट रहे है।

ऐसे में विभाग व प्रशासन को चाहिए कि वह सुचारू रूप से करैरा क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 01 से लेकर 15 तक के आंगनबाड़ी केन्द्रों की विधिवत सूची बनाऐं और यहां इनका संचालन संभालने वालों से जानें कि किन-किन योजनाओं का यहां लाभ आंगनबाडिय़ों में दिया जा रहा है और कौन-कौन इन आंगनबाड़ीयों में दर्ज है लेकिन यदि धरातल पर इसकी बानगी देखी जाए तो सब का सब मिलीभगत की भेंट चढ़ता मिलेगा। क्योंकि प्रदेश शासन की कुपोषण, पोषण आहार, गर्भवती महिलाओं को टीके सहित अन्य कई तमाम योजनाऐं इन आंगनबाड़ी केन्द्रों को मुंह चिढ़ाती नजर आती है।

ऐसे में अब कैसे कहें कि प्रशासन की नाक के नीचे इन आंगनबाड़ीयों में जारी अनियमितताओं व लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कार्यवाही संभव है। प्रशासन को इस ओर शीघ्र ही अभियान चलाकर कार्यवाही करना चाहिए ताकि दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही हो और आमजन को राहत मिल सके। यहां बताना होगा कि पूर्व में लगभग एक से डेढ़ वर्ष पूर्व जब महिला बाल विकास विभाग की परियोजना अधिकारी के रूप में स्नेलता भदौरिया ने अपने कार्यभार संभाला था उस समय यहां नियमित आंगनबाड़ी खुलती थी और शासन की योजनाओं का लाभ भी पात्र हितग्राहियों को मिलता था साथ ही कई योजनाओं जो लंबित पड़ी थी उन्हें पूर्ण किया गया लेकिन आज वर्तमान परिवेश में फिर से सुश्री भदौरिया की वापिसी की राह देख रही है।

इनका कहना है-

करैरा क्षेत्र में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में यदि किसी प्रकार की अनियमितता व लापरवाही बरती जा रही है तो मैं इसे दिखवाता है प्रदेश के मुखिया ने साफ आदेश दिए है कि अनियमितता व लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही हो अगर इन केन्द्रों पर यह हालात है तो मैं इस ओर शीघ्र ही कार्यवाही करूंगा।
 
एस.के.चांदिलएसडीएम करैरा