पिछोर से तीन नाबालिग युवतियां लापता

शिवपुरी। जिले के पिछोर थाना क्षेत्रांतर्गत अलग अलग स्थानों से लापता हुई तीन किशोरियों की खबर इन दिनों पिछोर क्षेत्र में सनसनी का विषय बना हुआ है। कोई घर से कॉलेज का कहकर गई तो कोई स्कूल का परन्तु जब वे घर नहीं पहुंची तो उनके लापता होने की खबर पुलिस को मिली। हालांकि पुलिस इन्हें ढूडने के प्रयास में लगी हुई है।

परन्तु इस प्रकार से तीन लडकियों के क्षेत्र से लापता होने पर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। आमजन में चर्चा का विषय है कि कहीं कोई बडा आपराधिक गिरोह तो क्षेत्र में सक्रिय नहीं है? अथवा इन लडकियों को इस तरह से कहां व कौन गायब कर सकता है? प्राप्त जानकारी के अनुसार इन तीनों में से एक मामला ग्राम खेरवास का है, यहां से चंदनसिंह लोधी की 19 वर्षीय पुत्री मिथलेश 14 सितम्बर को घर से पिछोर कॉलेज जाने की बात कहकर निकली थी। परन्तु आज तक वापस ना लौटने पर, परिजनों के हर संभव प्रयास के दौरान खोजने पर उसका कहीं पता नहीं चला तब मिथलेश के परिजनों द्वारा पुलिस पिछोर को उसके गायब होने की शिकायत की।

जिस पर पुलिस पिछोर ने गुमशुदगी कायम कर जांच प्रारंभ की। इसी प्रकार से दूसरा मामला पिछोर के समीप ही के ग्राम लभेडा का है जहां से तुलाराम आदिवासी की 16 वर्षीय पुत्री राजकुमारी घर से स्कूल जाने की बात कहकर निकली परन्तु वापिस घर ना पहुंचने पर परिजनों द्वारा उसे हर जगह खोजा गया। ना मिलने पर इसकी सूचना पुलिस को दी गई।

जिस पर भी पुलिस ने गुमसुदगी रिपोर्ट कायम कर बिवेचना प्रारंभ की। वहीं एक और तीसरा मामला पिछोर कस्वे के दिवानजू कालोनी में निवास करने वाले परसुराम दोहरे का प्रकाश में आया जिनकी 14 वर्षीय बेटी 18 सितम्बर को घर पर बिना कुछ बताये अचानक घर से गायब हो गई। जिसे परिजनों द्वारा नाते रिश्तेदारी एवं अन्य जगहों पर हर संभव प्रयास कर ढूडा।  परन्तु कहीं पता ना चलने पर इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सूचना के आधार पर गुमसुदगी कायम कर मामले की बिवेचना प्रारंभ कर दी है। इस प्रकार से कुछ ही दिनों में लगातार तीन लडकियों का गायब होना जहां पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्र चिन्ह लगाता है वहीं क्षेत्र में किसी बडे आपराधिक गिरोह के सक्रिय होने की ओर भी इशारा करता है। चर्चा का विषय बना यह मुद्दा आमजन को सतर्क रहने की ओर भी संकेत करता है।