शहर की सड़कों पर निकले ओशो प्रेमी

शिवपुरी। ओशो मित्र मण्डल शिवपुरी द्वारा आयोजित तीन दिवसीय ओशो ध्यान शिविर के दौरान आज नगर में ओशो प्रेमियों ने नाच-गाकर  ओशो नगर कीर्तन के रूप में नगर भ्रमण किया। यहां जन-जन तक ओशो के संदेश को ओशो प्रेमियों द्वारा नगर कीर्तन में नाच-गाकर पहुंचाया गया। इस नगर कीर्तन को जगह-जगह शहरवासियों द्वारा स्वागत किया गया।

नगर कीर्तन में उमड़ते ओशो प्रेमियों के सैलाब को देखकर लग रहा था कि जैसे ओशो की भक्ति में डूबे ओशो प्रेमी ओशो के साथ ही मगन हो रहे हों। इस दौरान बाजार में भी ओशो प्रेमियों के नगर कीर्तन को देखकर अन्य लोग भी आकर्षित हुए और वह नृत्य ध्यान क्रिया से ओशो भक्ति करते नजर आए।

ओशो मित्र मण्डल शिवपुरी के राजेन्द्र मजेजी, भूपेन्द्र विकल, स्वर संगम के गोपाल जी आदि सहित अन्य ओशो प्रेमी भी मौजूद रहे। आज ओशो मित्र मण्डल व ओशो प्रेमियों द्वारा नगर भ्रमण व नगर कीर्तन निकाला गया। जिसमें ओशो गीतों पर नाचते-गाते ओशोप्रेमी ओशो के ध्यान में डूबकर ओशो का सानिध्य करते रहे। शहर में यह नगर कीर्तन दूसरी बार निकाला गया है जिसमें सैकड़ों की ंसख्या में ओशोप्रेमीयों नाच-गाकर ध्यान क्रियाऐं कर नगर कीर्तन में भाग लिया।

यह नगर कीर्तन अग्रवाल धर्मशाला न्यू ब्लॉक से श्ुारू हुआ जहां सर्वप्रथम अग्रवाल धर्मशाला पर स्वामी सूर्यम द्वारा स्वागत सत्कार किया गया तत्पश्चात नगर कीर्तन आगे बढ़ा और जैसे ही माधवचौक के समीप प्रेम स्वीट्स के समीप से गुजरा तो यहां प्रेम स्वीट्स के राकेश जैन द्वारा स्वागत किया गया, माधवचौक के आगे ही कोर्ट रोड पर स्वामी पुष्पेन्द्र ने ओशो प्रेमियों का उत्साह बढ़ाते हुए स्वागत किया गया, आगे स्वामी रविन्द्र गोयल, डॉ.महेन्द्र अग्रवाल, संजय स्वामी ने सदर बाजार व टेकरी पर स्वागत किया, टेकरी के नीचे राजकुमार बिंदल ने जबकि न्यू ब्लॉक पर स्वर संगम पर स्वामी निखिलानंद स्वामी ने स्वागत किया तत्पश्चात स्वामी गोपीकृष्ण ने धर्मशाला पर, मनिया भाई साहब ने ओशो मित्र मण्डल के इस नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया। वहीं शाम को 4 बजे से सायं 6 बजे तक महिलाओं के लिए विशेष शिविर भी आयोजित किया गया।

कल शिविर के अंतिम दिन16 सितम्बर को प्रात: 6 बजे सक्रिय ध्यान, प्रात: 7 बजे से सायंकाल 6 बजे तक विभिन्न ध्यान प्रयोग होंगे। सायंकाल 7 बजे संध्या सत्संग के साथ सन्यास उत्सव भी रखा गया है। ओशो मित्र मण्डल के स्वामी प्रेमकृष्ण (राजेन्द्र जैन) व स्वामी निखिल आनन्द(गोपालजी स्वर संगम) ने बताया कि उपरोक्त शिविर में देश व प्रदेश के अनेकों ओशो प्रेमी एकत्रित हुए है।