जिले में धार्मिक आयोजनों के समाचार

खारा कुंआ पर जन्मे श्रीकृष्ण, श्रद्धालुओं ने मनाया उत्साह

शिवपुरी। ईश्वर को सभी को राह दिखाने वाले होते है लेकिन इस संसार में संसारी प्राणी अपने मार्ग से भटक जाते है इसलिए वह स्वयं अपने आप को दोषी बनाकर पाप के भागी बन रहे है लेकिन इस पाप से भी मुक्ति संभव है बस आवश्यकता है तो केवल सद्कर्म की जहां इस संसार में मनुष्य जितने सद्कर्म करेगा उसका फल उसे उतना ही अधिक मिलेगा क्योंकि ईश्वर को पाने का एक सरल माध्यम है सद्कर्म, ईश्वरीय भक्ति, सत्संग यह सब करने से हम इस मानव रूपी जीवन को सार्थक बना सकते है।

मनुष्य जीवन की इस व्याख्या को व्यक्त कर रहे थे श्री वृन्दावन धाम से पधारे प्रख्यात संगीताचार्य एवं भागवत प्रवक्ता आचार्य शिवमूर्ति जी महाराज जो स्थानीय खारा कुंआ मंदिर पर आयोजित खारा कुंआ उत्सव समिति के तत्वाधान में चल रही श्रीमद् भागवत सप्ताह के माध्यम से संसारी प्राणी को उसका जीवन सफल बनाने की सीख दे रहे थे।

इस अवसर पर श्रीकृण जन्मोत्सव को आयोजन समिति द्वारा बड़े ही शानदार ढंग से मनाया गया जहां आकर्षक पाण्डाल, सुमधुर-संगीत व श्रद्धा के सैलाब में उमड़ा श्रद्धालुओं की ईश्वरी भक्ति देखते ही बन रही थी। खारा कुंआ उत्सव समिति के बृजेश जैन, मदन पचौरी, शीतल जैन, ओम बंसल, मौनीखान, मोहित अग्रवाल, जैकी बंसल, राजेश पाठक, संजय सेन, अईया भाई, बिट्टू, चिराग, सागर सोनी, अमित सक्सैना, हीरालाल सेन, हेमू सेन, नीतू सेन, विवेक पाठक, द्वारका सोनी, विष्णु सोनी, श्याम सुन्दर राठौर, विवेकवर्धन शर्मा (बल्लू), चंदू व महेन्द्र आदि के अथक परिश्रम से संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा कथा का आयोजन गणेश महोत्सव के दौरान किया गया। आज कथा में भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही उत्साह के साथ मनाया गया। यहां कथा में आचार्य शिवमूर्ति महाराज ने संसारी प्राणी को जीवन में पापों से दूर रहने और सद्कर्म कार्य करने पर बल दिया क्योंकि यही वे कार्य होते है जिनसे मनुष्य दूर भागता है लेकिन यदि पापों से मुक्ति और सद्कर्म किए जाए तो यह जीवन सफल हो जाएगा। खारा कुंआ उत्सव समिति द्वारा समस्त शहरवासियों से आग्रह किया है कि वह खारां कुंआ मंदिर स्थल पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का धर्मलाभ लेकर अपने जीवन को सफल बनाऐं।

कोलारस में श्रीमद् भागवत कथा का भव्य आयोजन



शिवपुरी/कोलारस। जिले के कोलारस क्षेत्र में धर्मज्ञान के उपदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए नगर में संगीतमय श्रीमद् भागवत सप्ताह का आायोजन किया गया है। यहां पुराने के समीप कथा का आयोजन मुख्य यजमान रामसुखी ओझा परिवार द्वारा किया गया। नगरवासियों को अपनी ओजस्वी वाणी में धर्मलाभ प्रदान करने के लिए वृन्दावनधाम से पधारे प्रख्यात भागवताचार्य बाल व्यास गंगाधर जी महाराज अपने श्रीमुख से कथा का वाचन कर रहे है। कथा में आज व्यासपीठ से गंगाधर महाराज ने बताया कि आज के वर्तमान समय में ईश्वर ने हमें केवल भक्ति करने के लिए ही भेजा है लेकिन इस संसार के संसारी प्राणी तो ऐसे है कि वह पहले स्वयं का कल्याण करने के लिए प्रभु का ध्या तो छोडि़ए अपने ही कामों में व्यस्त रहते है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए हर धर्मप्रेमी हो अथवा नागरिक सभी को पहले प्रभु स्मरण करना चाहिए क्योंकि ईश्वर की आराधना करने से हर प्राणी को संसार का सारा सुख मिल जाता है। कथा स्थल पर संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का धर्मलाभ लेने का आग्रह कथा यजमान रामसुखी ओझा ने सभी धर्मप्रेमियों से कथास्थल पर पहुंचकर धर्मलाभ लेने का आग्रह किया है। कथा 20 सितंबर से शुरू होकर 27 सितंबर तक चलेगी।

  भावुका धाम पर श्री लक्ष्मी नारायण विष्णु महायज्ञ की तैयारियां प्रारंभ


 शिवपुरी। शहर से 35 किमी दूर स्थित भावुका धाम पर मॉं भगवती पराम्बा योग साधना के उपलक्ष्य में विश्वशांति के लिए विराट आयोजन श्री लक्ष्मी नारायण विष्णु महायज्ञ का आयोजन आगामी 9 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक स्थानीय भावुकाधाम ग्राम डोंगरी, झोंपड़ी पंचायत करई कैरऊ जिला शिवपुरी पर किया जा रहा है। इस आयोजन के मुख्य कर्ताधर्ता हठयोगी संतश्री हरिहरपुरी जी महाराज सिद्ध तपोभूमि भावुकाधाम एवं यज्ञ आचार्य पं.दिनेशचन्द्र शास्त्री बनारस वाले होंगे। इस भव्य आयोजन की शुरूआत हो चुकी है जहां कुछ दिनों पूर्व ही हैलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा व मंत्रोच्चारण विधि से स्थान पवित्रीकरण किया गया।

आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए हठयोगी संत श्री हरिहरपुरी जी महाराज ने बताया कि कार्यक्रम का शुभारंभ 9 अक्टूबर को विशाल कलश यात्रा प्रात: 8 बजे ग्राम झोंपड़ी से निकाली जाएगी जो कार्यक्रम स्थल पर संपन्न होगी इसी में झांकी दर्शन भी होंगे, 10 अक्टूबर को दशविधि स्नान, श्रीगणेशपूजन,पितृों का आह्वान, 11 अक्टूबर को दशगात विधान एवं पिण्डदान, 15 अक्टूबर को सर्व पितृ शांति स्नान, दान, तर्पण, ब्राह्मण भोज होगा तत्पश्चत संगीतमय श्रीरामकथा 16 अक्टूबर को आचार्य पं.दिनेशचन्द्र शास्त्री के श्रीमुख से वाचन होगा। 17 अक्टूबर को श्रीरामकथा शुभारंभ दोप.12 बजे से सायं 5 बजे तक एवं रात्रि में भजन संध्या, 25 अक्टूबर को श्रीरामकथा संपन्न होगी, इसी दौरान संगीतमय श्रीमद् भागवत एवं रासलीला 26 अक्टूबर को प्रारंभ होगी जो दोप.12 बजे से 5 बजे तक कथा एवं रात्रि में रासलीला का मंचन होगा, 26 अक्टूबर को श्रीमद् भागवत सप्ताह का विश्राम होगा। श्री हरिहरपुरी जी महाराज ने बताया कि इन कार्यक्रमों के बाद विशाल संत सम्मेलन एवं संत दर्शन 2 नवम्बर को पांच दिवसीय शुरू होगा, 5 नवम्बर को पधारे संतों के दर्शन, 6 नवम्बर को संतश्री हरिहरपुरी जी महाराज योग जागृति एवं रूद्रमहाभिषेक, दर्शन मेला का शुभारंभ होगा।

श्री लक्ष्मी लक्ष्मीनारायण महायज्ञ 8 नवम्बर को आरणीमंथन हवन शुभारंभ होगा जो 10 नवम्बर को पूर्णाहुति एवं विशाल भण्डारे के साथ संपन्न होगा। इस संपूर्ण कार्यक्रम में संत श्री हरिहरपुरी जी महाराज ने भी व्रत प्रारंभ किया है जिसमें 3 जुलाई गुरूपूर्णिमा से भोजन त्याग कर फलहार ग्रहण किया, 3 अगस्त से केवल गाय का दूध सेवन किया अब 3 अक्टूबर से वायुपान व्रत पर रहकर विश्व कल्याण के लिए मॉं भगवती पराम्बा योग साधना 6 नवम्बर तक करेंगे। यहां महाराजश्री की योग साधना मॉं भगवती पराम्बा योग साधना संत श्री हरिहरपुरी जी महाराज 16 अक्टूबर को अभिषेक, घट स्थापना, योग साधना शुभारंभ, 6 नवम्बर को पुख्य नक्षत्र में ब्रह्म मुहूर्त में संत श्री हरिहरपुरी जी महाराज की योग साधना जागृति होगी। आयोजन स्थल पर पहुंचने के लिए शिवपुरी ग्वालियर ए.बी.रोड मार्ग पर मुडख़ेड़ा से पूर्व दिशा की ओर 10 किमी पर एवं शिवपुरी ग्वालियर एबी रोड पर धौलागढ़ से पूर्व दिशा की ओर 11 किलोमीटर पर स्थित है। समस्त धर्मप्रेमीजन इस भव्य धार्मिक आयोजन में पुण्य लाभ अर्जित कर सहभागी बनें।

बिना ब्रेक की गाड़ी है संयम रहित जीवन : मुनि सुरत्न सागर

उत्तम-संयम धर्म पर छत्री जैन मंदिर पर हुआ धर्मसभा का आयोजन, धार्मिक हाऊजी भी खेली गई



शिवपुरी- जिस तरह बिना ब्रेक की गाड़ी से दुर्घटना की संभावना हर क्षण बनी रहती है उसी तरह संयम रहित जीवन व्यक्ति को रसातल की ओर ले जाता है अत: दुर्घटना से बचने के लिए जिस तरह गाड़ी में ब्रेक आवश्यक है उसी तरह जीवन को श्रेष्ठ बनाने के लिए उत्तम संयम धर्म का पालन करना अनिवार्य है। यह विचार स्थानीय छत्री जैन मंदिर पर उत्तम संयम धर्म पर प्रवचन करते हुए जैन मुनि सुरत्न सागर महाराज ने धर्मसभा के दौरान व्यक्त किए।

उन्होंने कहा कि संयम का अर्थ केवल ब्रहृचर्य धर्म का पालन करना नहीं है वरन् पांचों इंद्रियों के सुखों पर नियंत्रण पाना है। हम स्पर्श, रसना, घ्राण, चक्षु और कर्ण इन पांच इंद्रियों को जब तक अपने वश में नहीं कर लेंगे तब तक हम इंद्रिय विजय प्राप्त नहीं कर सकते और बिना इन इंद्रियों पर विजय प्राप्त किए हमें उत्तम संयम धर्म प्राप्त हो सकता है। उन्होंने वाचनिक संयम को जीवन में अंगीकार करना श्रावक के लिए सर्वश्रेष्ठ कार्य बताया। वाणी ऐसी बोलिए मन का आपा खोए,ओरन को शीतल करे आपहूं शीतल होय, इस दोहे का विस्तार करते हुए उन्होंने कहा कि हमें निरंतर मीठी वाणी बोलकर अपने जीवन को श्रेष्ठ बनाने का प्रयास करना चाहिए, यदि हम किसी से ऊंची आवाज या कटु शब्द बोलते हैं तो यह संयम धर्म का उल्लंघन है और हम वाणी पर अपना संयम नहीं रख पा रहे हैं। अत: आवश्यक है कि हमेशा साधुओं की तरह हित-मित और प्रिय वचन बोलने के संस्कार यदि श्रावकों में आ जाएं तो इस संसार का कायापलट ही हो जाए। धर्मसभा से पूर्व दीप प्रज्जवलन और मंगलाचरण किया गया और धर्मसभा को आचार्य सौभाग्य सागर महाराज तथा आर्यिका भाग्यमति माताजी ने भी संबोधित किया।

अकलंक-निकलंक मंडल ने खिलाई धार्मिक हाऊजी

रात्रिकालीन धर्मसभा के उपरांत छत्री जैन मंदिर पर अकलंक-निकलंक मंडल द्वारा धार्मिक हाऊजी अर्थात् ताम्बोला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें 1 से 90 अंकों के आधार पर जैन दर्शन के शब्दों को समाहित किया गया था और उसे धर्म से जोड़कर प्रश्नों को पूछा गया, जिन प्रतिभागियों ने प्रथम लाइन अर्थात् सम्यक दर्शन, द्वितीय लाइन अर्थात् सम्यक ज्ञान और तृतीय लाइन अर्थात् सम्यक चारित्र के पूर्ण होने पर प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। इसी तरह हाऊसफुल अर्थात् मोक्ष होने पर प्रतिभागियों से स्लिप में शामिल कोई भी दो प्रश्न पूछे गए और उनका सही जबाव देने पर प्रतिभागी को पारितोषक दिया गया।

गणेश मय हुआ शहर जगह-जगह लग रहीं है अचल झांकियां, मुख्य समारोह 28 को



शिपवुरी। श्री गणेश सांस्कृतिक समारोह समिति के तत्वाधान में अचल झांकी प्रतियोगिता के अंतर्गत नगर के विभिन्न स्थानों पर आकर्षक झांकिया प्रतियोगियों द्वारा लगाई जा रही है। आज लगने वाली झांकियों में पिपलेश्वर बाल झांकी समिति द्वारा सांई दरबार की आकर्षक झांकी जनता के दशार्थ लगाई गई। जबकि विद्या देवी चिकित्सालय के पास कन्या भ्रूण हत्या की आकर्षक झांकी लगाई गई।

इसीक्रम में मानस भवन के सामने न्यूब्लॉक में माँ वैष्णव उत्सव समिति द्वारा माँ राजराजेश्वरी दरबार की झांसी विशेष रूप से सजाई गई। इस वर्ष मध्य प्रदेश विद्युत मंडल ने भी पुन: धर्म में अपनी आस्थ दिखाते हुए चाबी घर पर अपनी अचल झांकी लगाने का सिलसिला पूर्व की भांति प्रारंभ कर दिया है। जिसे देखने के लिए श्रृद्धालुगण की भीड़ उमडऩे लगी है। आज इसी तारतम्य में बकासुर बद्ध की आकर्षक झांकी उनके लगाई गई। 

गणेश सांस्कृति समारोह का मुख्य कार्यक्रम 28 सितम्बर को कस्टमगेट पर आयोजित किया जाएगा। जिसमें इस बार दो मुख्य अतिथि केन्द्रीय उद्योग वाणिज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं ग्वालियर सांसद यशोधरा राजे सिंधिया प्रमुख रूप से उपस्थित रहेंगी। इस वर्ष हर गली मोहल्ले चौराहों पर भगवान गणपति की भव्य प्रतिमाँएं श्रृद्धालुओं द्वारा रखी गई है। किसी ने हनुमान जी की तर्ज पर तो किसी ने तिरूपति बालाजी की तर्ज पर तो किसी ने साईकिल पर भगवान गणपति के रूपों को विराज कराया हैं। 

शाम होते ही घरों से धर्मप्रेमी लोगों पर चौराहों या मोहल्लों में विराजमान गणपति दरबारों में आरती, तथा भगवान गणपति के जयकारों से ऐसा लगाता है कि शिव की नगरी शिवपुरी पूर्णत: धर्ममय लीन हो गई। इसीक्रम में आज शिवपुरी विधायक माखन लाल राठौर ने सिद्धी विनायक मित्र मण्डल विवेकानंद में पूजा अर्चना एवं आरती कर प्रसाद ग्रहण किया। गणेश सांस्कृति समारोह अध्यक्ष रमेशचंद जैन, अचल झांकी संयोजक वृज दुबे ने सभी अचल झांकी निर्माताओं से आग्रह किया है कि वह अपनी झांकियां प्रतियोगिता में शामिल होने हेतु समिति में रजिस्ट्रर्ड करायें।

गणपति के दरबार में  विधायक एवं नपाध्यक्ष



भाजपा के पूर्व नगर मण्डल अध्यक्ष अनुराग बहादुर अष्ठाना एवं मित्र मण्डल द्वारा बैठाये गये गणपति एचडीएफसी बैंक के सामने सामूहिक आरती का आयोजन हुआ इस महा आरती में पोहरी के विधायक प्रहलाद भारती एवं नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमति रिशिका अनुराग अष्ठाना ने इस महाआरती का लाभ प्राप्त किया। साथ ही नपा के कई पार्षदों सहित नगर के सैकडों श्रृद्धालुओं ने एक साथ गणपति जी की आरती की। इस महाआरती में पोहरी विधायक प्रहलाद भारती, नगर पालिका अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना, भाजपा के पूर्व नगर मण्डल अध्यक्ष अनुराग बहादुर अष्ठाना, भरत अग्रवाल, आलोक अष्ठाना, सतीश श्रीवास्तव, संजय अष्ठाना, विकास शर्मा, प्रभात मिश्रा, ऋषभ श्रीवास्तव, रोहित मंगल, मथुरा प्रजापति, मदन देशवारी, रघुवीर कुशवाह, मुकेश बाथम, विनोद राठौर, नरेन्द्र सिंघल, राकेश जैन हौजरी वाले, धीरेन्द्र सिंह चौहान, राकेश कुशवाह, जुगनू मित्तल, तुलसीदास जाटव, कालीचरण सोनी, श्याम परिहार, राजेन्द्र प्रजापति, दीपक धाकड आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।