बाढ़ पीडि़तों को 2 हजार पकड़ा, विधायक बन बैठे भगवान

शिवपुरी। देवेन्द्र जैन पत्तेवाले, करोड़ों का नाम, उससे भी कहीं ज्यादा का कारोबार। शिवपुरी के नगरसेठ। जब चुनाव में खड़े हुए तो वोटर्स ने सोचा कि सरकार करे न करे बुरे वक्त में सेठजी तो मदद करेंगे ही, लेकिन जब वक्त बुरा आया तो सेठजी सरकार से मिली चिल्लर लेकर पहुंच गए बाढ़ पीडि़तों के पास और पेल आए दमदार भाषण। भावार्थ यह कि जब भगवान भी साथ नहीं देता, तब हम देते हैं।

मामला कोलारस के बाढ़ पीडि़तों को राहत का है। जब घरों में पानी घुसता है तो क्या क्या तबाह हो जाता है, वह वही जानता है जिसके घरों में कभी अचानक पानी घुस गया हो। क्या बिस्तर, क्या सिलेण्डर, क्या फर्नीचर और क्या यहां वहां बचत करके रखे गए नगद रुपए सब गायब हो जाते हैं। कोलारस में भी हुए। घर में रखा साल भर का अनाज गल गया, पानी के पास न जाने कहां बह गया। त्राहि त्राहि मची हुई है। बच्चों के स्कूल यूनीफार्म तक दोबारा सिलवानी पड़ेेंगी और ऐसे में माननीय विधायक महोदय पहुंच गए राहत राशि लेकर। 56 परिवारों के लिए 1 लाख 23 हजार 200 रुपए। केलकुलेशन कीजिए एक परिवार के लिए औसत 2200 रुपए। वो भी चैक, क्या करें, किस बैंक में जमा कराएं, खाता नंबर तक पता नहीं, पासबुक तो बाढ़ में बह गई, लेकिन ये दर्द विधायक महोदय को तब होता जब उन्होंने इस दिशा में विचार भी किया होता। वो तो अपनी पीठ थपथपाने गए थे, खुद को भगवान से ज्यादा बताने गए थे।

आप खुद पढि़ए लौटकर क्या प्रेसनोट जारी किया गया है विधायक महोदय के कार्यालय द्वारा :-

चाहें तो वह दैविक प्रकोप हो अथवा कोई आकस्मिक दुर्घटना । संकट के समय जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के साथ है। उपरोक्त विचार कोलारस जनपद की ग्राम पंचायत चंदोरिया के ग्राम रामपुरा में 56 परिवारों को 1 लाख 23 हजार 200 रूपये के  बाढ़ राहत के चैक वितरित करने हुये कोलारस के विधायक श्री देवेन्द्र जैन ने व्यक्त किये। आपने कहा कि प्रदेश सरकार हर समय आपदा प्रबंधन के लिये सजग रहती है और प्रत्येक पीडि़त व्यक्ति को यथा सम्भव और समुचित सहयोग प्रदान करने का प्रयास करती है।

विधायक श्री जैन कोलारस जनपद के ग्रामीण अंचलों के भ्रमण के तीसरे दिवस रामपुर एवं चंदोरिया ग्रामों का भ्रमण करते हुये जनसम्पर्क कर रहे थे। इस अवसर पर आपने सहरिया जनजाति की बहिनों से रक्षा सूत्र भी बंधवाये और उन्हें उनके बहुमुखी विकास का आश्वासन भी दिया।  इसके साथ ही आपने प्रदेश सरकार की विभिन्न लोकहितकारी योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को दी और उनकी शिकायतों के साथ उनकी आवश्यकताओं और मांगों के आवेदन पत्र भी प्राप्त किये।  इस अवसर पर उनके साथ राकेश गुप्ता सरपंच, जगदीश जादौन, नरेन्द्र धाकड, नवनीत शर्मा तहसीलदार कोलारस, राजस्व निरीक्षक एवं स्थानीय पटवारी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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बस इसी प्रेसनोट के साथ सम्पन्न हो गई विधायक महोदय की नेतागिरी और उनके पीआरओ की चाटुकारिता। अखबार वाले भी छाप ही देंगे, क्यों करें 15 अगस्त आ रहा है विज्ञापन जो लेना है। वैसे भी ग्रामीणों को 2200 दिए हैं, पत्रकारों को तो...। पता नहीं वो दिन कब आएगा जब ये जनप्रतिनिधि जनता के दर्द में सचमुच शामिल होंगे और लौटकर मीडिया मैनेज नहीं करेंगे, बल्कि ऐसा कुछ करेंगे कि मीडिया इन्हें कवर करने पहुंचे।