हत्याकांड: दोस्तों के साथ दोबारा शेयर होने से मना कर दिया था मनीषा ने

शिवपुरी। मामला अजीबोगरीब है, जेल में बंद एक कैदी की पत्नि मनीषा अपने ही नौकर के प्रेमपाश में जा फंसी और दोनों ने सारी सीमाएं लांघ डालीं। यह अवैध रिश्ता उस समय बदल गया जब प्रेमी नौकर ने मनीषा को जंगल में बुलाया और अपने दो दोस्तों के साथ शेयर कर डाला। पहली बार तो मनीषा ने कुछ नहीं कहा लेकिन जब दूसरी बार वही सब.. तो मनीषा ने इसका तीव्र विरोध किया। बस फिर क्या था, तीनों ने मिलकर मनीषा का गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को आग के हवाले करके चले गए।


घटना बीती 17 जून की है जहां जिले के भौंती थाना क्षेत्र के ग्राम चनाखरी के जंगल से 17 जून को मिली 30 वर्षीय अर्धनग्र महिला की अधजली लाश मिलने के मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। मृतिका मनीषा पत्नी प्रदीप सिंह लोधी की गला दबाकर हत्या की गई थी और उसकी हत्या के मामले में रजऊ उर्फ राजेश जाटव पुत्र कुंजलाल जाटव को गिरफ्तार कर लिया है।

पिछोर एसडीओपी राकेश शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि महिला मनीषा का पति प्रताप सिंह लोधी हत्या के एक मामले में जेल में बंद है। उसकी जमीन पर बटाईदार के रूप में आरोपी रजऊ जाटव काम करता है। पति की कमी के कारण महिला मनीषा के रजऊ से संबंध बन गए और आए दिन वह शारीरिक संंबंध स्थापित करने लगे। लेकिन इसी बीच रजऊ ने अपने दो अन्य साथियों रामजीत लोधी पुत्र नंदराम लोधी व नक्खू पुत्र देशराम वंशकार निवासीगण ग्राम चनखारी से वायदा किया कि वह अपनी प्रेमिका मनीषा के साथ इनके शारीरिक संबंध बनवा देगा।

17 जून को घटना के रोज रजऊ ने मनीषा को मोबाईल पर फोन कर उसे जंगल में पेड़ के नीचे बुलाया। जहां मनीषा ने रजऊ के साथ दो अन्य लोगों को देखा तो उसने अपनी दो पुत्रियों को जंगल से घर जाने को कह दिया और वह रजऊ व उसके दो साथियों के साथ जंगल में चली गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इसके बाद रजऊ ने पहले मनीषा के साथ शारीरिक संबंध बनाए और पकड़े गए आरोपी का कथन है कि उसके बाद रामजीत और नक्खू ने भी उसके साथ संसर्ग किया लेकिन इससे आरोपियों का मन नहीं भरा और उन्होंने मृतिका पर एक-एक बार और शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाब बनाया।

लेकिन मनीषा ने इंकार कर दिया इससे आरोपियों ने गुस्से में साफी से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और लाश जंगल में फेंक दी। इस मामले में पर्दाफाश करने में सायबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही। जब मृतिका को घटना वाले दिन आरोपी रजऊ ने सात बोर फोन किया था। वहीं भौंती थाने के प्रभारी जितेन्द्र नागईच व उनकी टीम ने भी योगदान किया।