खनियांधाना नगर पंचायत अध्यक्ष ने रोक रखा है वेतन, इलाज कैसे कराऊं

शिवपुरी/खनियाधाना। जिले के खनियाधाना नगर पंचायत में कार्यरत आधा दर्जन से अधिक कर्मचारियों को अपने वेतन के लाले पड़े हुए है। बीते लगभग तीन माह से इन्हें वेतन नहीं दिया गया जिससे आज इनकी पारिवारिक स्थिति तो ध्वस्त हो ही रही है साथ ही इन कर्मचारियों में से कुछ को बीमारी ने घेर लिया है। ऐसे में पैसों के अभाव में यह कर्मचारी अपना उपचार भी नहीं कर पा रहे है। यहां कर्मचारियों ने जिला प्रशासन से इस ओर शीघ्र कार्यवाही की मांग की है ताकि वेतन मिले और वह अपने परिवार को सुचारू ढंग से चला सके।



जानकारी के अनुसार जिले की नगर पंचायत खनियाधाना में इन दिनों नगर पंचायत अध्यक्ष की हठधर्मिता के चलते वहां कार्यरत दैनिक वेतन भोगी वेतन के लिए तरस गए है। नगर पंचायत खनियाधाना अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत करते हुए नगर पंचायत में कार्यरत  दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी रिजवान खान पुत्र अब्दुल गफूर कुर्रेशी निवासी चांदनी चौक खनियाधाना ने बताया कि बीते तीन माह से नियमित रूप से वेतन नहीं दिया जा रहा है अभी फरवरी माह से लेकर मई के बीच केवल अप्रैल का वेतन दिया गया और अन्य माहों का वेतन के लिए जब कर्मचारी मांग करते है तो बताया जाता है कि सीएमओ के द्वारा तो वेतन स्वीकृत किया गया परन्तु नगर पंचायत अध्यक्ष के हस्ताक्षर इनके वेतन पत्रक पर नहीं हुए। जिससे कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल पाया है। 
 
पीडि़त रिजवान ने बताया कि वेतन के अभाव में उनके दो छोटे-छोटे बच्चों के स्कूल की फीस जमा नहीं हुई जिससे उन्हें परीक्षाओं से वंचित किया गया है वहीं परिवार की भी माली हालत बिगड़ गई है आज इनका पूरा परिवार दो वक्त की रोटी के लिए दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है। रिजवान ने बताया कि गर्मी माह में उसकी ड्यूटी पानी के टैंकर पर लगाई गई थी जिससे धूप में नियमित रूप से अपना कार्य करते हुए भी वेतन नहीं दिया गया और अब रिजवान चर्म रोग का शिकार है। जिसका उपचार कराने में भी वह असमर्थ है। इस संबंध में कई बार नगर पंचायत को शिकायत भी की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 
 
रिजवान के साथ नगर पंचायत के अन्य आधा दर्जन कर्मचारी पहलवान सिंह, गोपाल आदिवासी, रणवीर सिंह बुंदेला, इरशाद खान, राजेश कुमार प्रजापति भी कार्यरत है इन सब को भी आज तक वेतन नहीं दिया गया। जिससे यह सभी कर्मचारी परेशान है। सभी कर्मचारियों ने जिला प्रशासन से शीघ्र इस ओर कार्यवाही की मांग कर वेतन दिलाए जाने का आग्रह किया है।