इसलिए किए थे भगवान श्रीकृष्ण ने 16108 विवाह

शिवपुरी-ईश्वर की भक्ति के अनूठे रूप हमें कई रूपों में देखने को मिल जाऐंगे लेकिन ज्ञान रूपी सागर में डूबकर तो हम स्वयं ईश्वर से साक्षात कर लेंगे, इस दुनिया में विवाह बंधन को अटूट बंधन माना गया है जबकि इसी बंधन को भगवान श्रीकृष्ण साकार कर दिखाया  है यहां भगवान ने जब 16 हजार राज कन्याओं को भौमा सुर नाम के चंगुल से छुड़या तो इन कन्याओं ने दैत्या की शरण पाने के बाद हमें कोई कै से अपनाएगा या तो हम आत्महत्याऐं करेंगी या समाज में बुराईयों को जन्म देंगी तब भगवान समाज की बुराईयों को दूर करने के लिए इन 16108 कन्याओं से विवाह किया। प्रभु की इस भक्ति को सुनकर श्रोतागण भाव विभोर हो गए।


यह कथा श्रवण करा रहे थे नागदा श्योपुर से पधारे बाल व्यास पुनीत जी महाराज जो मंशापूर्ण मंदिर पर कुशवाह परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के अंतिम चरण का बखान कर रहे थे। आगामी कथा 24 जुलाई से श्री बद्रीनाथ धाम पर बाल व्यास जी करेंगे।

स्थानीय श्री मंशापूर्ण हनुमान मंदिर पर धर्मज्ञान के उपदेश का धर्मलाभ दिलाने के लिए छोटेलाल कुशवाह, मनोज कुशवाह, रामजी लाल नेताजी, धनीराम, गंगाराम,कैलाश, राजू व सोनू कुशवाह परिवार द्वारा संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन श्री मंशापूर्ण मंदिर पर किया गया। जहां व्यासपीठ से नागदा श्योपुर से पधारे बाल व्यास पुनीत जी महाराज ने बड़े ही सारगर्भित शब्दों में सात दिनों की कथा का वर्णन श्रोतगणों को श्रवण कराया। कथा के अंतिम दिन रूकमणी का पत्र पढ़कर कन्हैया ने उनका हरण किया, यमुना जी की यह प्रतिज्ञा(कि मैं श्रीकृष्ण से ही विवाह करूंगी) यह जानकर उनसे विवाह किया। इसी प्रकार से दैत्य भौमासुर के चंगुल से छूटी 16 हजार राज कन्याओं से भी समाज की बुराईयों को दूर करने के लिए विवाह किया। 

यहां भगवान की भक्त वात्सलता भी है और समाज को बुराई से बचाने के लिए उठाया गया यह कदम सराहनीय भी है। इस कथा में पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत श्रीरामनरेशदास जी, तुलसी आश्रम के महंत पुरूषोत्तमदास जी एवं मंशापूर्ण मंदिर के पुजारी अरूण शर्मा ने भी अपना शुभाशीर्वाद धर्मप्रेमीजनों को दिया। मंशापूर्ण मंदिर पर कथा संपन्न होने के  बाद बाल व्यास पुनीत जी महाराज अब आगामी 24 जुलाई से 31 जुलाई तक श्री श्री 108 महंत श्री गोकुलदास जी महाराज महामण्डलेश्वर लोहा लंगड़ी के परम शिष्य शिवपुरी के पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत श्री रामनरेशदास जी महाराज के पावन सानिध्य में शांतिकुल बस स्टैण्ड श्रीबद्रीनाथधाम पर कथा श्रवण कराऐंगे। श्री बद्रीनाथधाम पर कथा श्रवण करने के लिए व सहयोग के रूप में पुण्यलाभ अर्जित करने हेतु पंचमुखी हनुमान मंदिर के महंत श्रीरामनरेशदास जी महाराज के मोबा.9009192290 एवं शास्त्री महावीर प्रसाद ज्योतिषाचार्य  मोबा.09826087695,09950626427 पर संपर्क कर सकते है।