SBI-ATM लील गया 18200 रुपये

शिवपुरी/नरवर-भारतीय स्टेट बैंक की मेन बाजार शाखा नरवर के एक उपभोक्ता के बचत खाते से एटीएम द्वारा 18200 रुपये की राशि को आहरित दर्शाया जा रहा है जबकि खातेदार को एटीएम द्वारा उक्त राशि नहीं दी गई। खातेदार द्वारा सभी साक्ष्यों के साथ बैंक अधिकारियों ने लिखित एवं मौखिक गुहार करने के बावजूद भी उसकी परेशानी का निराकरण बैंक कर्मियों द्वारा नहीं किया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक की मेन बाजार नरवर शाखा के उपभोक्ता हरिप्रसाद आदिवासी द्वारा अपने बचत खाता क्रमांक 53023128364 से एसबीआई के करैरा एटीएम से दिनांक 29 मार्च 2012 को अपराह्नï 15.23 बजे बीस हजार रुपये निकालने हेतु दर्ज की गई जिसमें एटीएम द्वारा बीस हजार रुपये के बदले मात्र दो हजार रुपये ही निकले जबकि स्लिप में बीस हजार रुपये दर्शाए गए। इसके तत्काल बाद उसने पुन: मात्र दो सौ रुपये निकालने हेतु जब राशि एटीएम में भरी तो उसे वह दो सौ रुपये भी प्राप्त नहीं हुए। घबराकर उपभोक्ता ने एसबीआई के टोल फ्री नम्बर पर जब तत्काल बात की तो उन्होंने संबंधित शाखा में लिखित आवेदन प्रस्तुत कर उन्हें तीन दिवस में निराकरण हेतु आश्वस्त किया।

खातेदार हरिप्रसाद आदिवासी द्वारा दूसरे दिवस ही 30 मार्च को नरवर बैंक शाखा में लिखित आवेदन प्रस्तुत कर सम्पूर्ण हवाला देते हुए एवं एटीएम की रसीदें आदि संलग्न कर उसके खाते से आहरित अठारह हजार दो सौ रुपये की राशि को समायोजित करने का निवेदन किया। संबंधित बैंक अधिकारियों द्वारा उक्त प्रकरण की जांच कर उसके खाते में उक्त राशि को तीन दिवस में समायोजित करने हेतु पुन: आश्वस्त किया गया, किन्तु डेढ़ माह व्यतीत हो जाने पर भी उक्त उपभोक्ता की आहरित राशि का आज दिनांक तक कोई समायोजन नहीं किया गया है। उक्त उपभोक्ता द्वारा बार-बार बैंक अधिकारियों से सम्पर्क करने पर उसे एक दो दिवस में उसके खाते में राशि लौटाने की पुडिय़ा पकड़ा दी जाती है किन्तु उसका कोई समाधान नहीं किया जा रहा है।

जहां एक ओर तो शासन की मंशानुसार बैंक के माध्यम से उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करते हुए उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने का प्रयास किए जाने के दावे किए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर इस प्रकार से एक आदिवासी व्यक्ति को बैंक कर्मियों द्वारा ही उसके खाते से निकली राशि का कोई समायोजन नहीं किया जा रहा है। खातेदार हरिप्रसाद आदिवासी ने वरिष्ठ बैंक अधिकारियों से निवेदन किया है कि वह उसके खाते से आहरित अठारह हजार दो सौ रुपये की राशि को तत्काल वापस दिलाने की कृपा करें।