महिला बाल विकास की ट्रेनिंग में गोलमाल

अशोक सम्राट
शिवपुरी- महिला एवं बालविकास विभाग में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं के प्रशिक्षण के नाम पर जमकर घपला हो रहा है। विभाग द्वारा इन दिनों न्यू ब्लॉक हंस बिल्डिंग के पास आंगनबाड़ी कार्यकर्ता प्रशिक्षण केन्द्र में महिला कार्यकर्ता और सहायिकाओं का आवासीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है। इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए आने वाली महिलाओं को भोजन,  नास्ता, ठहरने की व्यवस्था विभागीय बजट से की जाना है।


मगर इस आवासीय प्रशिक्षण में जमकर धांधली चल रही है। भोपाल से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा शिवपुरी को इस अवासीय प्रशिक्षण के लिए लाखों रूपए का बजट उपलब्ध कराया गया है मगर शिवपुरी में बैठे अधिकारी इस बजट में सेंध लगा रहे हैं।

सूत्र बताते हैं कि महिला एवं बाल विकास विभाग की कार्यक्रम अधिकारी के संरक्षण में यह सारा घपला शिवपुरी में चल रहा है। न्यू ब्लॉक के आंगनबाड़ी प्रशिक्षण केन्द्र में हालत यह है कि यहां आवासीय प्रशिक्षण शिविर में भाग लेने वाली महिलाओं को कोई व्यवस्था मुहैया नहीं कराई जा रही है। यहां किसी भी प्रकार का भोजन या नास्ता नहीं मिल रहा है। आवासीय व्यवस्थायें भी चारों खाने चित्त हैं। कुछ महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं ने बताया कि यहां आवासीय प्रशिक्षण आयोजित करने के लिए जिन अधिकारी एवं कर्मचारियों को दायित्व सौंपे गए हैं वह भ्रष्टाचार कर रहे हैं और भोपाल से आए बजट को खाने में जुटे  हुए हैं। व्यवस्थायें कुछ नहीं है और कागजों में ही इस बजट को खर्च किया जा रहा है। उन्होंने जिलाधीश से मांग की है कि यहां प्रशिक्षण केन्द्र में आकास्मिक छापामार कार्यवाही कर व्यवस्थाओं को परखें यहां जांच की जाती है तो सारी वास्तविक स्थिति सामने आ जाएगी।
 

प्रशिक्षण शिविर के लिए मिला है लाखों का बजट

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को अपने कार्य में दुरूस्त करने के लिए विभागीय स्तर पर योजना बनाकर इस प्रशिक्षण शिविर की रूप रेखा तैयार की गई थी मगर शिवपुरी के अधिकारियों का भ्रष्टाचार पूर्ण रवैया इस मंशा को ठेस पहुंचा रहा है। सूत्र बताते हैं कि भोपाल से शिवपुरी को लाखों रूपए का बजट इस बाबत् दिया गया है। जिले के आठ विकास खण्डों की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को आवासीय प्रशिक्षण मिलना है मगर डीपीओ सहित अन्य अधिकारियों ने इस गिरोह बनाकर इस बजट को ठिकाने लगाने की तैयारी की है।
 

नियमों को कियार दरकिनार, अवैध वसूली की चर्चा

बताया जाता कि इस अवासीय प्रशिक्षण शिविर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को यही रूकना होता है। मगर यहां प्रशिक्षण के प्रभारी अधिकारी कुछ महिलाओं  पर  खास मेहरबानी दिखाते हैं और उन्हें घर जाने की अनुमति दे दी जाती है। इस आवासीय प्रशिक्षण शिविर में खास महिलाओं पर मेहरवानी दिखाई जाती है और नियमों को ताक पर रखा जाता है। इतना ही नहीं कुछ महिलाओं से तो आवासीय प्रशिक्षण के नाम पर अवैध बसूली हो रही है। जो महिलायें इस अवैध बसूली को नहीं देती है उन्हें जबर्दस्ती कैद करके इस प्रशिक्षण शिविर में रखा जाता है और नोटिस थमाने की धमकी दी जाती है। 
 

होना चाहिए आकस्मिक निरीक्षण

महिला एवं बालविकास विभाग में आवासीय प्रशिक्षण के नाम पर चल रहे इस घपले की जिलाधीश से जांच की मांग कांग्रेस ने की है। युवा कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष विजय शर्मा ने जिलाधीश से मांग की है कि यहां व्यवस्थाओं की जांच के लिए आकास्मिक निरीक्षण किया जाए जो बजट कागजों में खर्च करना दिखाया जा रहा है उसका वास्तविक आंकलन के लिए जांच टीम बनाई जाए।