मारुति कार से प्रतिबंधित राजश्री गुटखा का जखीरा पकड़ा

शिवपुरी-प्रदेश में कैंसर के मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने बीमारी के कारण बने गुटका पाउच पर प्रदेश में बिक्री पर प्रतिबंध लगाने के आदेश पिछले पखवाड़े जारी कर दिए थे। परन्तु प्रशासनिक अधिकारियों ने प्रदेश सरकार के जनहितैशी आदेश को गंभीरता से नहीं लिया इसका कारण प्रशास और गुटका पाउच डीलरों की सांठगांठ माना जा रहा है।


यहीं कारण है कि आज पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मनियर तिराहे पर एक मारुति कार की चैकिंग में उसमें भरे गुटखा पैकिट का जखीरा पकड़ा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मारुति कार में 17 कार्टून रायश्री गुटखे के पाए गए। जिनकी कीमत 43 हजार 370 रुपए बताई जाती है। उधर शिवपुरी में धड़ल्ले से पाउच गुटखों की बिक्री मनमानी कीमत पर जारी है और एक रुपए का पाउच पांच-पांच रुपए तक में बिना किसी भय के बिक रहा है। खाद्य अधिकारियों को लगातार सूचना देने के बाद भी गुटका डीलरों व दुकान दारों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। 

टीआई दिलीप सिंह यादव द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार आज उन्हें मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि मारुति कार में रायश्री गुटखा अवैध रुप से ले जाया जा रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने वायपास पर वाहनों की चैकिंग शुरु कर दी। चैकिंग के दौरान मनियर तिराहे पर मारुति गाड़ी क्रमांक एमपी 07 ईए 2225 की जब तलाशी ली गई तो उसमें से डेढ़ दर्जन कार्टून रायश्री गुटखे के पाए गए। जिसके बारे में ड्रायवर केशव राठौर पुत्र हरविलास राठौर निवासी मनियर कोई संतोषजनक समाधान प्रस्तुत नहीं कर सका। 

पुलिस ने इस मामले में खाद्य सुरक्षा मानस अधिनियम की धारा 2, 3, 4 तथा भादवि की धारा 188 के तहत प्रकरण कायम कर 17 कार्टून रायश्री गुटखे तथा मारुति कार को जप्त कर लिया है। पुलिस सूत्रों ने स्पष्ट किया कि रायश्री गुटखा अवैध रुप से ले जाने वाले ड्रायवर केशव राठौर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस की इस कार्रवाई से इस अवैध कारोबार में संलग्न व्यवसायियों में हड़कम्प मच गया है। विदित हो कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पाउच गुटखे पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी शिवपुरी जिले में धड़ल्ले से नशीले गुटखे की बिक्री जारी है। प्रतिबंध लगाए जाने से हुआ यह है कि इन गुटखों का विक्रय अब खुलेआम ब्लैक में किया जा रहा है और एक रुपए का गुटखा पांच रुपए तक में बेचा जा रहा है। इसी अवैध धंधे में वारे-न्यारे करने के लिए एक संगठित माफिया गिरोह सक्रिय हो गया है जो पान विक्रेताओं को दुगुना मुनाफा कमाने का लालच देकर इस अवैध कारोबार में धकेल रहे हैं।
 

डीलर व खाद्य विभाग की चल रही है मिलीभगत!

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पाउच गुटखों की बिक्री प्रतिबंधित करने के बाद यह देखने का काम खाद्य विभाग का है कि क्या पाउच गुटखों की बिक्री पूरी तरह से बंद हुई है या नहीं? खाद्य विभाग का काम किराना और पान विक्रेताओं की दुकानों के आकस्मिक निरीक्षण का भी है जिससे वस्तुस्थिति पता चल सके, लेकिन इस मामले में जिले का खाद्य विभाग अभी तक निष्क्रिय बना हुआ है यही कारण है कि पूरे जिले में बिना किसी खौफ के धड़ल्ले से गुटखा पाउच की बिक्री हो रही है। इसमें प्रशासन के संरक्षण का आरोप इसलिए भी लग रहा है कि एक रुपए का पाउच अब पांच-पांच रुपए तक में बेचा जा रहा है। आज पुलिस विभाग द्वारा मारुति कार से पाउच गुटखा की बड़े पैमाने पर बरामदगी से खाद्य विभाग की निष्क्रियता खुलकर जगजाहिर हो गई है, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप से अवैध कारोबारियों में हड़कम्प व्याप्त हो गया है।