परशुराम जन्मोत्सव: मंदिर जीर्णोद्धार व प्राण प्रतिष्ठा का संकल्प लिया


शिवपुरी- ब्राह्मण समाज के आराध्य देव भगवान श्री परशुराम जी का जन्मोत्सव अक्षय तृतीय पर परशुराम मंदिर फिजीकल रोड़ पर धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। प्रात: भगवान श्री परशुराम जी की वैदिक रूप से पूजन अर्चन करने के बाद विशाल आरती की गई। आरती के उपरंात ब्राह्मण समाज के लोगों को सर्व सम्मलित से निर्णय लिया की आगामी अक्षय तृतीया से पूर्व भगवान श्री परशुराम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराकर नियमित पूजन अर्चन कार्यक्रम प्रारंभ किए जाएंगे।
भृगु भवन फिजीकल रोड़ पर स्थित भगवान श्री परशुराम जी के मंदिर पर अक्षय तृतीया के दिन भगवान श्री परशुराम जी के जन्मोत्सव का कार्यक्रम संपन्न हुआ। प्रात: 9 बजे पंडित ओपी भार्गव व पंडित नरेश शर्मा ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान श्री परशुराम जी की की पूजा प्रारंभ कराई। पूजा में भार्गव ब्राह्मण समाज के जिलाध्यक्ष रामजी व्यास, धैर्यवर्धन शर्मा, अर्पित शर्मा, अजय शुक्ला, डॉ. एसके पुराणिक के अलावा सैकड़ों ब्राह्मण बन्धू शामिल हुए। पूजन उपरांत भगवान श्री परशुराम जी की आरती उतारी गई। 

आरती के पश्चात ब्राह्मण समाज के लोगों ने एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें ब्राह्मण समाज के लोगों ने अपने विचार प्रस्तुत किए। जिसमें अधिकतर विप्र बन्धुओं का सुझाव था कि भार्गव समाज की ओर से जो मंदिर हेतु भवन का निर्माण किया गया है। उस भवन में भगवान परशुराम जी की मूर्ति  की प्रांण प्रतिष्ठा करके पूजन प्रारंभ कराया जाए। इस संबंध में भार्गव समाज के जिलाध्यक्ष रामजी व्यास ने कहा कि आज हमें एक जुटता के साथ समाज में चलने की आवश्यकता है और हम सभी वर्ग के ब्राह्मण बन्धुओं को एक सूत्र में पिरोकर यदि समाज में काम करेंगे तो उसके गुणात्मक परिणाम हमें दिखाई देने लगेंगे। 

पंडित हरीशंकर दुबे ने सुझाव दिया कि प्राण प्रतिष्ठा एवं मंदिर जीर्णेद्धार के लिए आज के दिन से ही हम अपना आर्थिक अंशदान प्रारंभ करें तो उचित रहेगा। इसके अलावा धैर्यवर्धन शर्मा, डॉ. अर्जुन लाल भार्गव, ग्याप्रसाद पुरोहित, राजेन्द्र दुबे, मुकेश पाराशर, अजय शुक्ला ने भृगु भवन पर स्थित भगवान श्री परशुराम जी की प्रतिमा को मंदिर जीर्णोद्धार कराकर प्राणप्रतिष्ठत करने की बात पर जोर दिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ब्राह्मण बन्धुओं ने यह निर्णय लिया की इस पुनीत कार्य के लिए हम सब समाज में एक दूसरे को सूचना करके इस प्रांण प्रतिष्ठा व पूजन कार्यक्रम को सफल कराने में सहयोग प्रदान करें। इसके लिए अतिशीघ्र एक विशेष बैठक का आयोजन किए जाने का भी निर्णय लिया गया और पंडित ग्याप्रसाद पुरोहित जी के मार्गदर्शन में कमेटी का गठन करके मंदिर जीर्णोद्धार व प्राण प्रतिष्ठा व पूजन अर्चन की व्यवस्था को मूर्त रूप दिया जाएगा।

कार्यक्रम  में अन्य लोगों के अलावा डॉ. मैथलीशरण मिश्र, हरिश चौबे, कैलाश भार्गव, अमित भार्गव, अभिषेक शर्मा, अर्पित शर्मा, राजेन्द्र दुबे, हरी मिश्रा, मुकेश पाराशर, रविन्द्र पुरोहित, हरिशंकर शर्मा आदि लोग उपस्थित थे। इसी प्रकार बदरवास में भी भगवान परशुराम जी का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया इस अवसर पर श्रीरामकृष्ण शर्मा पटवारी, गंगा प्रसाद चतुर्वेदी, श्री बल्लभ दुबे, वैदेहीशरण चतुर्वेदी सहित सैकड़ों ब्राह्मण बन्धु उपस्थि थे। 
 

संस्कृत विद्यालय की स्थापना पर लिया निर्णय

परशुराम जयंती के अवसर पर भृगु भवन स्थित भगवान श्री परशुराम जी के मंदिर पर यह निर्णय लिया गया कि सर्व ब्राह्मण समाज की ओर से संस्कृत विद्यालय का संचालन शिवपुरी मुख्यालय पर किया जाएगा। जिसके लिए वृन्दावन व काशी के आचार्यो का मार्गदर्शन लिया जाएगा। इस संबंध में भार्गव समाज के जिलाध्यक्ष रामजी व्यास ने कहा कि संस्कृत विद्यालय को लेकर राकेश शर्मा की चर्चा वृन्दावन के मंहत जी से जारी है और मंहत जी ने बताया है कि शिवपुरी शहर में संस्कृत विद्यालय की स्थापना से हम ब्राह्मण समाज में कर्म काण्डी युवाओं को तैयार करें। जो न केवल ब्राह्मण समाज के लिए बल्कि संपूर्ण समाज के लिए उपयोगी साबित होंगे और इसके लिए शिवपुरी में स्थित राव की बगिया में यह संस्कृत विद्यालय संचालित किया जाएगा।