सुहागिन महिलाओं ने एक दूसरे को लगाया कुमकुम

शिवपुरी- महाराष्ट्र समाज महिला मंडल शिवपुरी द्वारा सामूहिक चैत्र गौरी हल्दी कुंकू का आयोजन किया। कार्यक्रम में सुहागिन महिलाओं ने एक दूसरे के माथे पर सुहाग का कुमकुम लगाकर उनके सौभाग्यवती रहने की कामना की। इस अवसर पर महिलाओं ने चैत्र गौरी का पूजन कर उसकी महत्वता पर प्रकाश भी  डाला।

गणेश मंदिर पर बीते रोज आयोजित किए गए इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र समाज महिला मंडल के सैंकड़ों परिवारों ने बढचढकर भाग लिया। महिला मंडल की अध्यक्षा रजनी चांदोरकर ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रति वर्ष चैत्र माह में गौरी का पूजन किया जाता है। महाराष्ट्रीयन समाज यह आयोजन सामूहिक रूप से इसलिए करता है जिससे महिलाओं में एकता एवं मेलजोल बना रहे। 

इस वर्ष यह आयोजन किया था जिसमें महाराष्ट्रीयन महिलाओं के अलावा उनके आसपड़ौस में रहने वाली पांच महिलाओं को भी आमंत्रित करने की महाराष्ट्रीयन महिलाओं को इजाजत दी गई थी। प्रारंभ में समाज की रजनी चांदोरकर, नीलिमा जावेडकर, करूणा निवासकर, सुमति धुवेकर, लता मंदसौर वाले, श्रीमती टेंभुर्णीकर, सरिता राहुरीकर आदि ने चैत्र गौरी का पूजन किया। 

महिलाओं ने श्रीमती टेंभुर्णीकर के निर्देशन में गौरी माता की आकर्षक झांसी सजाई थी जिस पर महाराष्ट्रीय समाज में बनाए जाने वाले तमाम व्यंजन एवं पूजन सामग्री व्यवस्थित ढंग से रखी गई थी। कार्यक्रम की शुरूआत सायंकाल 7 बजे से शुरू होकर रात्रि 9 बजे तक जारी रही। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सुहागिन महिलाओं एवं बच्चियों ने भाग लिया। अंत में कार्यक्रम में शामिल सभी महिलाओं को स्वल्पहार प्रदान किया गया।

सीसी रोड़ निर्माण पर महिला पार्षद का किया स्वागत

गणेश मंदिर के सामने वार्ड क्रमांक 28 की महिला पार्षद शकुन भदौरिया के प्रयासों से सीमेंट कंक्रीट रोड़ का निर्माण कराया गया है। इस निर्माण को लेकर महाराष्ट्र समाज एवं महिला मंडल की पदाधिकारियों ने वार्ड पार्षद का आभार जताते हुए उनका भावभीना स्वागत किया। कार्यक्रम में संक्षिप्त उद्बोधन में श्रीमती भदौरिया ने कहा कि महाराष्ट्र समाज द्वारा उन्हें जो भी जनहित का कार्य भविष्य में बताया जाए, उसे पूर्ण करने के लिए वह सदैव तत्पर रहेंगी। इस मौके पर पार्षद पति सुजान सिंह भदौरिया, महाराष्ट्र समाज के अध्यक्ष महेश कतरनी, शशिकांत धुवेकर, विनय राहुरीकर, संजय बांगीकर, अजय गोलवलकर, मनीष केलकर, विलास चांदौरकर, नितिन मंदसौर वाले आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।