मनपुरा गैंगरेप कांड: सभी फरार डाकू गिरफ्तार

शिवपुरी/करैरा। शिवपुरी पुलिस के लिए संकट बने मनापुरा गैंगरेप कांड के शेष आरोपी डाकुओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। सनद रहे कि यह मामला मध्यप्रदेश की विधानसभा तक गूंजा, जिसके चलते पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। डाकुओं पर 5-5 हजार रुपए के इनाम घोषित थे।

यहां बता दें कि बीते 19 फरवरी को फरियादी कैलाश पुत्र राजाराम लोधी नि.मनपुरा थाना भौंती द्वारा रिपोर्ट की गई थी कि रात करीब साढ़े 12 बजे 5 अज्ञात बदमाशों द्वारा उनकी टपरियों में आकर कट्टों का भय दिखाकर मारपीट व सोने-चांदी के जेवर एवं एक मोबाईल लूट गए इसके बाद इन बदमाशों ने कैलाश की दो पुत्रियों रीना व रबीना(परिवर्ति नाम) के साथ भी जबर्दस्ती करते हुए बलात्कार की घटना को अंजाम दिया।

इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध अप.27/12 पर धारा 395,397,376(2)जी ता.हि.11/13 एमपीडीपी के एक्ट के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की विवेचा शुरू की। इस मामले में स्वयं पुलिस महानिरीक्षक यू.एस.षडंगी व उप महानिरीक्षक आर.एस.मीणा ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया और मौका मुआयना करने के बाद परिजनों को सांत्वना देकर शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया था। जिस पर पुलिस अधीक्षक आर.पी. सिंह को उस समय सफलता हाथ लगी जब आरोपियों में एक युवक का मोबाईल ट्रेस किया गया। 
 
जिस पर पूछताछ के दौरान तीन आरोपियों को पुलिस ने तत्सम 24 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया। इनमें पुष्पेन्द्र पुत्र गुरूदयाल लोधी नि.रक्सा जिला झांसी, राकेश पुत्र मेहम्बर लोधी नि.संजू ढाबा के पीछे रक्सा जिला झांसी व कल्ली उर्फ पहलवान पुत्र भाव सिंह लोधी नि.सिरसौना थाना करैरा शामिल थे। आरोपियों के पास से एक 315 बोर का अधिया बंदूक तथा ग्राम मनपुरा व ग्राम पिपरौनियां से लूटी गई सोने की पंगुरिया, पुतरिया एवं ग्राम पिपरौनियां से लूटी गई पुंगरिया बरामद की गई।

ममले के बारे में और गहन जांच के लिए इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद माननीय न्यायालय से रिमांड की मांग की गई जिस पर पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी टूट गए। इन आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि अन्य चार आरोपी ग्राम चुराई की पहाडिय़ों के पास छुपे हुए है। तब एसपी आर.पी. सिंह के मार्गदर्शन में करैरा एसडीओपी अमित सिंह(आईपीएस) के नेतृत्व में पुलिस पार्टी भेजकर चुराई की पहाडिय़ां की चारों तरफ से घेराबंदी की गई। जिसमें मौके से आरोपी भगवत पुत्र हुकुम सिंह लोधी, रघुपत पुत्र हुकुम सिंह लोधी, लवकुश पुत्र प्रहलाद लोधी निवासीगण सिलारपुर एवं मगरा उर्फ रमेश केवट पुत्र मंगू केवट नि. सिरसौना को गिरफ्तार किया गया।

इन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस विभाग द्वारा इन पर 5-5 हजार रूपये का ईनाम भी घोषित किया गया था। आरोपियों से पूछताछ करने पर उन्होंने ग्राम मनपुरा तथा ग्राम पिपरौनियां में हुई डकैती को कबूल किया और मनपुरा में दो लड़कियों के साथ राकेश लोधी, रघुपत लोधी व मगरा केवट के द्वारा बलात्कार करना स्वीकार किया गया। आरोपियों को गिरफ्तार करने में एसडीओपी करैरा अमित सिंह (भापुसे), प्रआर बृजेश, आर जगदीश सिंह व दामोदर शर्मा, रविन्द्र बुन्देला की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस ने इस मामले की सफलता पर राहत की सांस ली है। वैसे तो यह मामला विधानसभा में भी गूंज रहा था जिसे लेकर पुलिस विभाग सतर्क थे और पुलिस आईजी यू.एस.षडंगी व डीआईजी आर.एस.मीणा दोनों अधिकारियों के समीपीय एवं लगातार मार्गदर्शन के कारण मिल सकी है। जिसे लेकर अब आमजन में भी पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।

शादी संबंध न होने के कारण दिया घटना को अंजाम 
पुलिस द्वारा पकड़े गए आरोपियों से की गई पूछताछ में मनपुरा में दो लड़कियों के साथ हुई बलात्कार की घटना में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने शादी संबंध को लेकर इस घटना को अंजाम दिया। पूछताछ में इन्होंने बताया कि आरोपी रघुपत लोधी नि.सिलारपुर की बुआ हरको हाथरस में बिहायी है। जिसके लड़के हल्के से संबंध की बातचीत मनपुरा में कैलाश लोधी के भाई फूल सिंह की लड़की सीमा से चल रही थी। भाव सिंह निवासी सिरसौना ने कहा था कि हम शादी का खर्चा उठा लेंगे परन्तु फूल सिंह द्वारा 50 हजार रूपये देने की बात कही गई। इस कारण से यह संबंध नहीं हो सका। ग्राम मनपुरा में संबंध न होने के कारण ही भगवत ने सभी लोगों को इकट्ठा करके कैलाश के यहां डकैती डालने की योजना बनाई थी। संबंध टूट जाने से बदला लेने की दृष्टि से रघुपत ने बलात्कार किया तथा मंगरा केवट व राकेश लोधी ने भी बलात्कार किया।

इस तरह के आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा : एसडीओपी अमित सिंह  
अक्सर देखा गया है कि अपराधी अपना अपराध करने के बाद पश्चाताप नहीं करता है लेकिन मैंनेअपने कार्यकाल में कभी भी किसी अपराधी को अपराध करने की छूट नहीं दी बल्कि उन्हें समझाईश दी यदि इसके बाद भी वह नहीं सुधरे तो ऐसे अपराधियों को ठीक करना भी मुझे आता है। रही बात मनपुरा में हुई डकैती व बलात्कार के आरोपियों की तो इस तरह के अपराधी किस्म के व्यक्तियों को कभी बख्शा नहीं जाएगा। अपराध छोटा हो अथवा बढ़ा अपराधी को दण्डित किया जाए तो निश्चित रूप से उसके जीवन में भी सुधार संभव है। इस तरह के अपराध करैरा तो क्या पूरे मप्र में मेरे कार्यकाल में देखने को नहीं मिलेंगें। यह तल्ख टिप्पणी व्यक्त कर रह थे करैरा के नवागत एसडीओपी अमित सिंह(आईपीएस) जो मनपुरा काण्ड के आरोपियों को सीखचों में पहुंचाने के बाद पत्रकारों के बीच अपने विचारों को प्रकट कर रहे थे।