ओवर कान्फीडेंस ने पहुंचाया सलाखों के पीछे


शिवपुरी। कई चोरियों को सफलतापूर्वक अंजाम दे चुके एक चोर गिरोह को उसके ओवर कान्फीडेंस ने सलाखों के पीछे भेज दिया। वो एक नई चोरी करने के तैयारी में थे, लेकिन उनकी संदिग्ध गतिविधियों के चलते किसी ने पुलिस को खबर कर दी और पुलिस ने छापामार कार्रवाई कर दो चोरों को धर दबोचा। यहां जिक्र-ए-खास यह भी है कि पुलिसिया लापरवाही के कारण तीन चोर फरार होने में सफल रहे।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते कुछ समय से अज्ञात बदमाशों के द्वारा कोई वारदात अंजाम देने की सूचना पुलिस को लगातार मिल रही थी। जिस पर पुलिस को पिन-प्वाईंट नहीं मिल पा रहा था कि तभी सोमवार-मंगलवार की दरम्यिानी रात पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि रामसहाय ट्रांसपोर्ट के समीप स्थित वन चौकी के पास कुछ अज्ञात युवक संदिग्ध अवस्था में हथियारों के साथ किसी वारदात को अंजाम देने की नीयत से घूम रहे है। पुलिस ने इस सूचना पर अपने पुलिस बल को सचेत किया और बताए गए स्थान पर दबिश दी तो अंधेरे में पुलिस को दो हाथ चोर लगे जबकि इनके तीन साथी अंधेरे का मौका उठाकर भागने में सफल रहे। 

जिन चोरों को पुलिस ने पकड़ा है उनमें दुर्गेश पुत्र सीताराम रावत उम्र 22 वर्ष, सुशील पुत्र बिज्जू रावत उम्र 20 वर्ष निवासीगण बीलबरा माता शामिल है। पुलिस ने पूछताछ के दौरान निशानदेही पर इनके पास से तीन हीरोहोण्डा मोटरसाईकिलें बरामद की है। जिनके नंबर क्रमश: एम पी 33 एमसी 2183, एम पी 33 एम सी 1128 व एक और वाहन शामिल है। पुलिस ने इन चोरों से अन्य वाहन चोरी की घटनाओं के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए पूछताछ शुरू की है और आगे की अन्य चोरियों के वाहन भी बरामद हो सकते है। पुलिस ने इन चोरों के विरूद्ध धारा 399, 400,402, एवं 11/13 एमपीडीपीके एक्ट एवं 25/27 आम्र्स एक्ट का अपराध पंजीबद्ध कर मामला विवेचना में ले लिया है।

पुलिसिया लापरवाही से भागे तीन चोर बेसुराग 
जब पुलिस अंधेरे में दबिश देकर इन चोरों के विरूद्ध धरपकड़ कर रही थी कि तभी मौके से तीन चोर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे। मौके से बरामद दो चोर दुर्गेश व सुशील से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो इन्होंने अपनी चोरियों को कबूल करते हुए अपने तीन साथियों के नाम बताए जिसमें मोहर सिंह रावत निवासी माता का बीलवरा, विक्रम ठाकुर निवासी पड़ौरा एवं अशोक गोस्वामी निवासी खैरोना शामिल होना बताया गया है। पुलिस अभी भी चेारों से पूछताछ कर इनके ठौर-ठिकानों की तलाश कर रही है। वहीं तीन बाईकें बरामद करने के साथ इनके वाहन स्वामीयों की तलाश भी जारी है ताकि उनके वाहन उन्हें सुपुर्द किया जा सके।

चोरों से पूछताछ में निकल सकती है अन्य चोरियां 
पुलिस द्वारा जिन चोरों को पकड़ा गया है वह एक तरह से वाहनों की चोरी करते है। यह उनके द्वारा चुराई गई वाहनों की घटनाओं से जान पड़ता है। अभी तीन दिन पूर्व भी फतेहपुर को निकले मार्ग पर नया फायर बिग्रेड के समीप निवासी विक्रम सिंह रावत के घर से भी उनकी पल्सर एम पी 7710 बाईक चोरी गई है। पुलिस को ऐसा आभास है कि चोरी की घटना में ये चोर शामिल हो। इसलिए इनसे सख्ती से पूछताछ जारी है ताकि अन्य चोरियां जो शहर के विभिन्न स्थानों से हुई है उनका खुलासा हो सके। पुलिस के द्वारा चोरों के विरूद्ध धरपकड़ अभियान निरंतर चलाया जाना आवश्यक है तभी शहर में आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लग सकेगा।

यह टीम गई थी चोरों को दबोचने  
पुलिस अधीक्षक आरपी सङ्क्षह के मार्गदर्शन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वायएस राजपूत के निर्देश पर तथा शहर कोतवाल दिलीप सिंह यादव के नेतृत्व में टीम गठित कर जिसमें स.उ.नि. गंभीर सिंह, प्र.आर. रघुराज सिंह, आरक्षक रामकुमार, चन्द्रभान, प्रवीण, शिवराज, जसरथ, आर सुधीर, विनोद छारी, जितेन्द्र, जसवंत  केदार, अजय केशव तिवारी वाहन चालक आर सेवकराम को शामिल किया गया जिन्होंने इस चोरी की वारदात को ट्रेस करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई औरी चोरी गए सामान सहित चोरों को दबोचने में सफलता हासिल की।