जल समाधि को हुए 16 दिन, 26 को बाहर आएंगे हठयोगी

शिवपुरी. ग्राम पंचायत करईकैरई के ग्राम झोंपड़ी में सिद्ध बाबा स्थान भरूकेश्वर महाराष्ट्र आकर मप्र में प्रवेश करने वाले हठयोगी बाबा संत श्री हरिहरपूरी महाराज अपनी हठ साधना से पीछे नहीं हट रहे है। ग्रामीणाजनों के बार-बार आग्रह करने पर भी अपनी साधना में लीन है। आखिरकार ग्रामीणों ने भी बाबा के हठ से प्रेरणा लेकर समाधि स्थल पर ही रामधुन शुरू कर दी है।


आज बाबा की जल समाधि को 16 दिन हो चुके है और वह प्रतिदिन की तरह स्वस्थ्य है उनके दर्शन को आने वाले भक्तों के साथ वह बातचीत कर उन्हें आशीष प्रदान कर रहे है। महाशिवरात्रि के अवसर पर  हजारों की संख्या में ग्रामीणजन बाबा के दर्शन को पहुंचे और एक मेला का रूप यहां देखने को मिला।

हठ योगी बाबा का प्रण है कि वह 26 फरवरी को जल समाधि से बाहर आऐंगे। चूंकि बाबा की साधना को 16 दिन हो गए है तो महज कुछ ही दिन उनकी साधना को शेष है। ऐसे में आसपास के हर ग्राम से ग्रामीणजन बाबा के दर्शन लाभ लेकर पुण्य अर्जित कर रहे है। बाबा ने 15 जनवरी से अन्न त्यागकर 21 दिन की जल समाधि ली। ग्राम के रघुवर गुर्जर व अशोक धाकड़ ने हठ योगी बाबा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि बाबा ने सभी ग्रामीणों को अपना आशीर्वाद प्रदान करते हुए जल समाधि ली है। जहां 6 फुट का कुण्ड बनाकर उसमें 6 फरवरी से बाबा एक पटिया पर सिर रखकर लेटे है और पूरा शरीर जल के अंदर है। इस जल समाधि को आगामी 26 फरवरी को पूरा होना है इसके लिए प्रतिदिन ग्रामीण व बाहर से आने वाले भक्तजनों द्वारा रामधुन में भाग लिया जा रहा है। 

वहीं शिवरात्रि के दिन तो बाबा के दरबार में हजारों की संख्या में दर्शनार्थी आए। बाबा की समाधि लेने से आज दिनांक तक वह प्रतिदिन की भांति स्वस्थ है और सभी को अपना आशीर्वाद प्रदान कर रहे है। बाबा की समाधि पूरी होने पर 26 एवं 27 फरवरी को धार्मिक कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा जहां सभी ग्रामीणजनों के सहयोग से विशाल भण्डारा आयोजित होगा। ग्राम के निवासी पूर्व मण्डी उपाध्यक्ष व वर्तमान में भाजपा पशुपालक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष मूलसिंह गुर्जर ने बताया कि सिद्ध बाबा स्थान भरूकेश्वर बहुत प्राचीन है इस स्थान पर आए दिन धार्मिक आयोजन होते रहते है। जिसमें ग्राम के आसपास के ग्रामीणजन भी मंदिर आते है। मंदिर पर आए हठयोगी बाबा ने इस तप स्थल को और पवित्र कर दिया है। इस आयोजन में पप्पू भील, जसराज सिंह गुर्जर, कमल सिंह यादव, महेन्द्र सिंह गुर्जर, तहसीलदार गुर्जर एवं साहब सिंह आदि सेवारत लगे हुए है।