शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कार भी जरूरी: चौबे


शिवपुरी-शिक्षा के साथ-साथ बच्चों में संस्कार होना भी अति आवश्यक है। साथ ही गणित और विज्ञान के प्रति शिक्षक बच्चों में जागरूकता लाएं और बच्चों की प्रतिभा को तरासें, आज के युग में गणित व विज्ञान की महत्वपूर्ण आवश्यकता है। पढ़ाई आज कल पुस्तकों तक सीमित रह गई है क्योंकि बच्चे रटकर हाल तो परीक्षा पास कर लेते हैं, लेकिन व्यवहारिक जीवन में वह शून्य ही रहते हैं उक्त विचार शिक्षा के प्रति समर्पित  सेवा निवृत्त शिक्षक एम.एस चौबे ने राजेन्द्र मेमोरियल स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की आसंदी से व्यक्त किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्री चौबे ने माँ सरस्वती की प्रतिमाँ पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर किया। तत्पश्चात अतिथियों का संस्था के शिक्षकों द्वारा माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. बीएल शर्मा ने की एवं विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन संस्था संचालक राजकुमार शर्मा ने प्रस्तुत किया। जिसमें उन्होंने विद्यालय में हायरसेकेण्ड्ररी कक्षाओं के साथ-साथ विद्यार्थियों को अनुशासन में रहकर शिक्षा प्राप्त करने का माध्यम बताया। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ स्कूली बच्चों ने सरस्वती वंदना के साथ किया। 

इसके पश्चात स्वागत गीत व हास्य नाट्क की प्रस्तुति दी गई। गुरू चेला हास्य नाट्क  एवं भगवान कृष्ण व सुदामा की मित्रता के नाट्क मंचन किया गया। नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा जूबी-जूबी पर नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। विद्यालय की छात्राओं द्वारा आज राधा को श्याम याद आ गया, मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी गई। इसके पश्चात नर्सरी के नन्हे मुन्ने बच्चों ने ट्किंल-ट्किंल लिटिल स्टार, नानी तेरी मोरनी को चोर ले गए  की कलाओं के जादू ने अभिभावकों को ताली बजाने पर मजबूर कर दिया। 

कार्यक्रम का संचालन कु. राखी जैमिनी ने किया। कार्यक्रम में विशेष सहयोग विद्यालय स्टाफ का रहा, कार्यक्रम के अंत में आभार प्रदर्शन विद्यालय संचालक राजकुमार शर्मा ने किया। इस मौके पर विद्यालय के छात्र-छात्राएं एवं बच्चों के अभिभावकगण काफी संख्या में उपस्थित रहे।