शिक्षक बनने की होड़ में व्यवस्था बनाने में जुटते अभ्यार्थी

शिवपुरी. वैसे तो आज के इस महंगाई युक्त परिदृश्य में महज 5 से 10 हजार रूपये में ज्यादा तो नहीं लेकिन घर खर्च जरूर चल जाएगा। यही कारण है कि आज का युवा वर्ग आज भी शिक्षक बनने की होड़ में जुगत का सहारा लेने से पीछे नहीं हट रहा है। मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मण्डल द्वारा संपूर्ण म.प्र. में लगभग 90 हजार शिक्षकों की भर्ती किए जाने की घोषणा के साथ ही हर युवा शिक्षक की इस नौकरी को पाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहा है।


यूं तो यह परीक्षा 22 जनवरी 2012 को निर्धारित है लेकिन इस परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए नकल के सहारे को अपनाने का टोटका बीते लंबे समय से शुरू हो गया। बताया गया है कि एक-एक अभ्यार्थी को परीक्षा केन्द्र में परीक्षा से लेकर उसे अच्छे अंक दिलाने तक के लिए अच्छी खासी मोटी रकम भी भेंटपूजा के नाम पर चढ़ाने के बाद इस नौकरी को पाना संभव होना जताया जा रहा है। वहीं जिन केन्द्रों पर यह परीक्षा होनी है उन्होंने भी अपनी सांठगांठ तय कर बच्चों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराने के लिए अपनी मूक सहमति दे दी है। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन व शिक्षा विभाग अपने अमले को कैसे इनके चंगुल से बचा पाता है अन्यथा जो तय है वह तो होना ही है।
जी हां शिवपुरी ही नहीं बल्कि संपूर्ण म.प्र. में संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 की परीक्षा 22 जनवरी 2012 को निर्धारित है। ऐसे में सूत्रों के द्वारा जानकारी मिली है कि शिवपुरी जिले में जिन-जिन केन्द्रों पर यह परीक्षा आयोजित होनी है। वहां तैनात रहने वाले शिक्षकों के साथ अभ्यार्थी अपनी जुगत लगाने में जुट गए है। साथ ही जहां तक निजी विद्यालयों की बात है तो वहां शासन के नियमानुसार तो निजी शिक्षकों की ड्यूटी नहीं लगाई गई है लेकिन जिन शासकीय शिक्षकों की ड्यूटी इन केन्द्रों पर लगाई गई है। वह स्वयं अपनी प्रयासों के चलते ऐसे अभ्यार्थियों को तलाश रहे है जो शिक्षक बनने के लिए अच्छी खासी मोटी रकम भेंट पूजा के रूप में चढ़ा सके। बताया जाता है कि शहर में कई निजी विद्यालयों ने जिन शासकीय शिक्षकों की डय़ूटी स्कूल में देने की लगाई है उन्हें शासन की ओर से तो भत्ता मिलना ही है साथ ही इन शिक्षकों को इन निजी विद्यालयों की ओर से भी प्रति छात्र 100 से लेकर 150 रूपये नकल कराने के  नाम पर भी प्रदान किए जाने की मूक सहमति ऐसे शिक्षकों ने दी। वैेसे तो परीक्षा आयोजित होने की सूचना से लेकर नियुक्ति पत्र तक भी अच्छा खासा लेनदेन कर लगभग 5 लाख रूपये में शिक्षक बनने के लिए दिए जाने की चर्चा भी सबदूर है। परन्तु कुछ ऐेसे अभ्यार्थी भी इस परीक्षा में शामिल है जो अपनी मेहनत लगन के द्वारा परीक्षा उत्तीर्ण करने का दंभ भरते है। वाकई ऐसे छात्र-छात्राऐं काबिले तारीफ है जो बिना किसी लेनदेन अथवा नकल के संघर्ष के चलते इस परीक्षा को उत्तीर्ण करना चाहते है। शिवपुरी में तो आज परीक्षा के एक दिन पूर्व भी लेनदेन की बातें जोरों पर है। वहीं शिक्षा विभाग दंभ भरता है कि वह जितने भी शिक्षा केन्द्र है वहां शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न कराई जाऐंगी। अब यह तो कल आयोजित होने वाली परीक्षा में ही नजर आएगा कि प्रशासन और शिक्षा विभाग के आंकड़ों में कहां तक सच्चाई है। फिलवक्त देखना है कि छात्र-छात्राऐं अपने जिस हुनर के चलते इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने सोच रखते है वह कहंा तक सही ठहरती है। अभी तो इन अभ्यार्थियों ने व्यवस्था बनाने की जुगत शुरू कर दी है ताकि उन्हें कुछ प्रलोभन देकर इस परीक्षा में कुछ सहायता शिक्षकों व अपने अन्य सहपाठियों की मिल जाए।
 
चौकस व्यवस्थाओं में कैसे होगी नकल 
संविदा शाला शिक्षक भर्ती में परीक्षा देने वाले अभ्यार्थियों को काफी जद्दोजहद का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि पूर्व में आयोजित परीक्षा के चलते जिला प्रशासन ही नहीं बल्कि मप्र माध्यमिक शिक्षा मण्डल भी इस परीक्षा में ड्यूटी देे रहे शिक्षकों को भी सख्त हिदायत दी गई है कि यदि कहीं भी चूक हुई तो इसकी गाज उन पर गिर सकती है। इस मामले में स्वयं पुलिस अधीक्षक  श्री सिंह ने भी पर्याप्त मात्रा में पुलिस बल परीक्षा केन्द्रों पर तैनात करने की योजना बनाई है ताकि शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न कराई जा सकी और किसी प्रकार का उपद्रव ना हो। वहीं शिक्षकों और अभ्यार्थियों के बीच के मामले को सुलझाने में पुलिस भी नाकाम ही साबित होगी। क्योंकि परीक्षा केन्द्र के अंदर केवल शिक्षकों और अभ्यार्थी ही होंगें। हां बीच-बीच में पुलिस व शिक्षा विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी इस दरम्यिान औचक निरीक्षण अवश्य करेंगे।
 
तैयारियां पूर्ण, ये रहेगी व्यवस्था  
म.प्र. व्यवसायिक परीक्षा मण्डल म.प्र.भोपाल द्वारा यूं तो 22 जनवरी रविवार को संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा श्रेणी 3 दोपहर 12 बजे से 2:45 बजे तक आयोजित की गई है और इसके लिए जिले में सभी तैयारियां भी पूर्ण कर ली गई है। जिले में उक्त परीक्षा के आयोजन हेतु 80 परीक्षा केन्द्र बनाए गये है। ये परीक्षा केन्द्र जिला मुख्यालय सहित तहसील स्तर पर बनाये गऐ है। इस परीक्षा में जिले में 28 हजार उम्मीदवार भाग लेंगे। परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र (टी.ए.सी.) मण्डल की बेवसाईट पर अपलोड कर दिये गये हैं। जिन्हें डाउनलोड कर अभ्यार्थी परीक्षा में सीधे सम्मिलित हो सकते है।
 
शिक्षाधिकारी ने दिए अभ्यार्थियों को निर्र्देश  
जिला शिक्षा अधिकारी बी.पी.अहिरवार ने पात्रता परीक्षा में भाग लेने वाले सभी अभ्यार्थियों को विशेष दिशा निर्देश दिए है और कहा कि  परीक्षा केन्द्र में यथा संभव कुर्सी,डेस्क पर बैठने की व्यवस्था की गई है, लेकिन परीक्षार्थी की अधिक संख्या को देखते हुए परीक्षार्थीयों की बैठक व्यवस्था टाट्पटटी पर भी की जाएगी। इसके लिए परीक्षार्थियों से अनुरोध है वह अपने साथ दफ्ती(ओ.एम.आर.) उत्तरपुस्तिका को रखने हेतु अवश्य साथ लाऐं, जिससे आवश्यकता पडऩे पर परीक्षा देते समय इसका उपयोग किया जा सके। परीक्षा केन्द्र पर मोबाईल ले जाना वर्जित रहेगा। परीक्षा केन्द्रों एवं परीक्षा केन्द्र के आस-पास आवंछनीय गतिविधियां एवं आवंछनीय उपस्थिति वर्जित रहेगी। परीक्षार्थी आवंछनीय कृत्यों में लिप्त न हो, न ही किसी प्रकार के प्रलोभन एवं अफवाह पर ध्यान न दें। फर्जी एवं पररूप धारण करने वाले अभ्यर्थियों के विरूध पुलिस में कार्यवाही की जाएगी।