हनुमान जी की प्राण प्रतिष्ठा व 21 कन्याओं के विवाह संपन्न

शिवपुरी- इंसान अपने जीवन में यदि कोई सद्कर्म का कार्य करता है तो उसका फल भी बड़ा ही फलदायी होता है और किसी गरीब कन्या का विवाह कन्यादान के रूप में किया जाए तो इससे बड़ा पुण्य भी कोई और नहीं होता। जनता की सेवा कर उनके कल्याण की सोच रखने वाले जिला पंचायत सदस्य दिनारा सतीश फौजी और मुख्य यजमान श्रीमती रामवती-कल्याण सिंह यादव पूर्व प्रधान डंगरवाहा सहित पूरा परिवार धन्य है जिन्होंने अंजनी पुत्र हनुमान लला की प्राण प्रतिष्ठा कराई और 21 कन्याओं के विवाह धूमधाम से संपन्न कराए।


हजारों की संख्या में भण्डारे के रूप में बाराती बनकर आए श्रद्धालुओं ने भी प्रसादी पाकर इस आयोजन की गरिमा को बढ़ाया है। यह उद्गार दे रहे थे श्रीमद् भागवत कथा वाचक बालसंत शाश्वत जी महाराज जो श्री रावतपुरा सरकार के साथ ग्राम डंगरवाहा में सतीश फौजी, रहीस एवं अफसर यादव परिवार द्वारा आयोजित कार्यक्रम के समापन अवसर पर उपस्थितजनों को अपना आशीर्वाद दे रहे थे।

आयोजन समिति के संयोजक रहीस यादव कॉन्टे्रक्टर, अफसर सिंह यादव व सतीश यादव फौजी जिपं सदस्य दिनारा सपरिवार द्वारा डंगरवाहा में श्रीरामकथा एवं हनुमान मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम आयोजन किया गया। जहां श्रीरामकथा व कथा वाचन बालसंत शाश्वत जी महाराज द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर प्रख्यात श्री श्री 1008 परम पूज्य संत रविशंकर जी महाराज रावतपुरा सरकार एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता करने के लिए श्री श्री 1008 परम पूज्य महन्त वैदेही बल्लभशरण जी महाराज बल्लभकुंज पीठाधीश अयोध्या धाम विशेष रूप से मौजूद रहे। जिन्होंने श्री हनुमान मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में भाग लिया और इस अवसर पर अपने संकल्प के तहत मुख्य यजमान श्रीमती रामवती-कल्याण सिंह यादव पूर्व प्रधान डंगरवाहा परिवार ने 21 कन्याओं का विवाह भी आचार्य श्री के विधि-विधान से संपन्न कराए। 
 विवाहित जोड़ों को भी विवाह योग्य सामग्री प्रदान की गई। वहीं बारात के रूप में हजारों की संख्या में श्रद्धालु प्रसाद पाने पहुंचे। इस आयोजन में शिवपुरी, दिनारा, करैरा, पिछोर, दतिया, खनियाधाना, झांसी, रक्शा, गरौठा, ग्वालियर सहित अन्य जगहों से धर्मप्रेमीजन पहुंचे। जिन्होंने आयोजन की सराहना करते हुए बालसंत शाश्वत जी महाराज, श्री रावतपुरा सरकार एवं महंत वैदेही वल्लभ शरण जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। विशाल भण्डारा भी प्रात: 10 बजे से शुरू होकर देर रात्रि तक अनवरत रूप से जारी रहा।