कटे होंठ तालु के शिविर में 144 रोगियों का परीक्षण

शिवपुरी. यदि किसी जरूरतमंद को सही योजना का लाभ मिले तो इसमें हमें सबसे अधिक आत्म संतुष्टिï मिलती है। आज के समय में हमें शरीर के अन्य अंगों के साथ ही होंठ एवं तालु की सुरक्षा भी करना जरूरी है। हमें इसके प्रति लापरवाही नहीं बरतनी चाहिये। शरीर के हर अंग का अपना अलग कार्य होता है। हमें अपने शरीर के अन्य अंगों की तरह इनकी भी पूरी देखभाल करनी चाहिये।
यह बात दिव्य आलोक हास्पिटल कोटा के चिकित्सा विशेषज्ञ डा. आलोक गर्ग ने भारत विकास परिषद की वीर तात्याटोपे शाखा द्वारा आयोजित नि:शुल्क कटे होंठ एवं तालु के आपरेशन शिविर के अवसर पर कही। शिविर का आयोजन स्थानीय अग्रसेन भवन पंचायती बगीचा ए बी रोड शिवपुरी पर किया गया था। वीर तात्याटोपे शाखा के पदाधिकारी एवं सदस्यगण सहित बड़ी संख्या में पुरुष, महिला एवं बच्चे उपस्थित थे।

डा. गर्ग ने कहा कि कटे होंठ एवं तालु रोग चिकित्सा के बारे में लोगों को अभी भी पूर्ण जानकारी नहीं है तथा इस संबंध में भ्रांतियां भी अधिक हैं जबकि शरीर के हर अंग की तरह इनकी सुरक्षा भी परम आवश्यक है। इसके प्रति लापरवाही नहीं बरतना चाहिये। हमें इनकी सुरक्षा कैसे की जाए इस संबंध में पूर्ण जानकारी रखना हम सबका पूर्ण कर्तव्य होना चाहिये।

कार्यक्रम का शुभारंभ परिषद की परम्परानुसार राष्टï्रगीत वन्देमातरम् के गायन से की। इसके उपरान्त अतिथियों द्वारा मां भारती एवं स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन किया गया। कार्यक्रम में भारत विकास परिषद शाखा वीर तात्याटोपे द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम तथा परिषद की संचालित गतिविधियों पर संक्षिप्त प्रकाश डाला गया। इसके उपरान्त चिकित्सक डॉ. आलोक गर्ग द्वारा कटे होंठ एवं तालु के 144 रोगियों का परीक्षण एवं 37 रोगियों को आपरेशन हेतु चिन्हित कर उन्हें कोटा रवाना किया गया। शिविर की सफलता इसी से प्रदर्शित हुई की इस शिविर में शिवपुरी नगर ही नहीं बल्कि दूर-दराज के अंचलों से भी रोगियों ने आकर शिविर का लाभ उठाया।