शिवपुरी के अरूण अपेक्षित देवकी नंदन महेश्वरी सम्मान से सम्मानित

शिवपुरी. मध्यप्रदेश लेखक द्वारा प्रदाय किये गये सम्मान सरस्वती पुत्रों और हिन्दी सेवियों का सम्मान है। उपरोक्त विचार मध्यप्रदेश लेखक संघ के प्रतिष्ठा आयोजन वार्षिक साहित्यकार सम्मान समारोह में देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटलविहारी बाजपेई की 88 वर्षगांठ पर प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री बाबूलाल गौर ने हिन्दी भवन भोपाल में मुख्यातिथि के रूप में बोलते हुये व्यक्त किये। आपने कहा कि जो देश अपनी संस्कति,आचार विचार और वेशभूषा भूल जाता है वह देश जीवित नहीं रहता इसलिये हम सबको अपनी हिन्दी भाषा के लिये काम करना चाहिये।


कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में राज्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष श्री रमेश शर्मा उर्फ गुटटू भैया तथा वरिष्ठ साहित्यकार श्री कैलाश पंत पधारे। इस अवसर पर देश भर के 17 रचनाकारों को विभिन्न सम्मानों से विभूषित
किया गया। जिनमें शिवपुरी के वरिष्ठ कवि और कलाकार श्री अरूण अपेक्षित को देवकी नंदन माहेश्वरी स्मृति साहित्यकार सम्मान प्रदान किया गया। सम्मान स्वरूप आपको शाल,श्रीफल, सम्मान-पत्र के साथ सम्मान निधि का चैक भी प्रदान किया गया।

इस अवसर पर बोलते हुये विशेष अतिथि श्री रमेश शर्मा ने कहा कि हिन्दी साहित्य से ही भारतीय संस्कति और सनातन परम्परा का प्रचार सम्भव है। आपने कहा कि हम  जितना सम्भव हो हिन्दी का प्रचार प्रसार करें कुछ नहीं तो अपने हस्ताक्षर हिन्दी में करें। वरिष्ठ साहित्यकार श्री कैलाशचन्द्र पंत ने इस अवसर पर कहा कि सम्मान प्रदान कर रचनाकर्मियों के रचनाकर्म को मंगल-तिलक लगाया  गया है। आपने कहा कि प्रतिबद्धता मनुष्य के प्रति होनी चाहिये, साहित्य के प्रति होनी चाहिये न कि किसी विशेष विचारधारा के प्रति। साहित्य स्वंय एक विचार है। लेखक संघ के अध्यक्ष और कार्यक्रम के भी अध्यक्ष श्री बटुक चतुर्वेदी ने कहा कि साहित्यकार अपने लेखन से बडा होता है न कि सम्मान और पुरस्कारों से। अच्छा लिखें सम्मान अपने आप मिलेगा।
 
प्रारम्भ में दीप प्रज्जवलन और सरस्वती मॉ के चित्र पर पुष्पहार अर्पण के उपरांत स्मारिका का विमोचन किया गया। प्रदेश कार्यकारणी के पदाधिकारियों के साथ प्रदेश के सभी इकाइयों के पदाधिकारियों ने अतिथियों का पुष्पहार पहिना कर स्वागत किया जिनमें शिवपुरी इकाई के सचिव डॉ.मुकेश अनुरागी ने भी अतिथियों का स्वागत किया साथ ही इस अवसर पर आयोजित कवि गोष्ठी में काव्यपाठ भी किया। संचालन विनय उपाध्याय ने किया। सम्मानित रचनाकारों में श्रीमती ज्योत्सना मिलन,डॉ.देवेन्द्र दीपक,डॉ.जवाहर चौधरी,श्रीमती आरती कुलकर्णी, डॉ.कामनी, डॉ.कैलाशबिहारी द्धिवेदी,डॉ.त्रिभुवन शुक्ल, चन्द्रभान भारद्वाज, दिवाकर वर्मा, उषा जयसवाल, आशा शर्मा, संतोष सुपैकर,अरूण अपेक्षित,संतोष परिहार, श्रीमती शोभा नामा,वंशीधर वंधु, गेंदालालमालवीय  प्रमुख थे। लेखक संघ की उज्जैन और दतिया इकाई को भी उनके उत्कृष्ट कार्य के लिये सम्मानित किया गया। इस अवसर पर गुना के नरेश कश्यप के रेखा चित्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई और रात्रि में कविगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें प्रदेश भर के रचनाकारों ने काव्य पाठ किया।