दहेज प्रताडऩा ने ली पुत्री की जान, पुलिस से कार्यवाही की मांग

शिवपुरी-जिले के कोलारस क्षेत्रांतर्गत आने वाले ग्राम रिजौदा निवासी रमेश बैरागी पुत्र कोमलदास बैरागी ने अपनी पुत्री मनीषा उर्फ खुशबू बैरागी का विवाह एक वर्ष पूर्व शिवपुरी लुहारपुरा निवासी शासकीय सेवक कन्हैया लाल कोठारी के पुत्र रत्नेश उर्फ रानू के साथ हिन्दू रीति-रिवाज के साथ धूमधाम से संपन्न किया था लेकिन विवाह के कुछ समय से ही दहेज लोभी सास-ससुर, पति, नन्द देवर की आए दिन प्रताडऩा से प्रताडि़त होकर खुशबू सब कुछ सहन करती रही। इस दौरान उसकी तबियत भी बिगड़ी पर ससुरालियों ने बहू की सुध भी नहीं ली और उसके पिता के हवाले कर दिया। इस दौरान पिता ने अपनी पुत्री का इलाज भोपाल व इन्दौर में कराया लेकिन काफी उपचार के बाद भी वह अपनी पुत्री को बचा नहीं सके और अंतत: 18 दिसम्बर को पुत्री ने इन्दौर के गोकुलदास अस्पताल में दम तोड़ दिया। फरियादी पिता ने दहेजलोभियों के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर कार्यवाही की मांग पुलिस अधीक्षक से की है।
प्रेस को अपनी व्यथा एक शिकायती आवेदन के माध्यम से बताते हुए प्रार्थी रमेश बैरागी पुत्र कोमलदास बैरागी निवासी रिजौदा थाना कोलारस ने बताया कि उसने अपनी पुत्री मनीषा उर्फ खुशबू बैरागी की शादी बड़े धूमधाम के साथ शिवपुरी बड़ा लुहारपुरा निवासी हेड पोस्ट ऑफिस में पदस्थ कन्हैया लाल कोठारी के पुत्र रत्नेश उर्फ रानू जो कि उ.प्र. के पोस्ट ऑफिस में पदस्थ है के साथ संपन्न की थी। इस विवाद में मनीषा की शादी में परिवार द्वारा लगभग 5 लाख नगद, 2 लाख 51 हजार का टीका, एक सोने की 20 ग्राम की जंजीर, दो सोने की अंगूठी व चांदी के आभूषणों के साथ भव्य शादी की इसकी स्वीकारोक्ति ग्राम रिजौदा के पंचगण संतराम, हरीसिंह, दारासिंह, अनन्त सिंह, सरपंच रामकली, राजेश सिंह, काशीराम, विश्वीर सहित अन्य ग्रामवासी भी करते है। 

विवाह के कुछ समय बाद ही मनीषा को आए दिन ससुरालीजन ससुर कन्हैया लाल कोठारी, सास कमलेश, पति रत्नेश, देवर ललित व नन्द तपस्या सभी दहेज के लिए प्रताडि़त करने लगे। जिस पर पुत्री ने इसकी शिकायत परिजनों से की तो उन्होंने समाज के लोगों को बुलाकर इस समस्या का समाधान निकालने की बात कही लेकिन ससुरालीजन नहीं माने और इस बीच मनीषा की तबियत बिगडऩे लगी। जिसका उपचार भी ससुरालियों द्वारा नहीं कराया गया तब मनीषा के पिता ने अपने परिजनों से राशि एकत्रित कर लगभग 2 लाख रूपये खर्च कर पुत्री का इलाज भोपाल स्थित भोपाल हॉस्पिटल में कराया जहां ठीक नहीं होने पर इन्दौर के गोकुलदास अस्पताल में भर्ती कराया। 

आखिरकार उपचार के बाद भी जब मनीषा ठीक नहीं हो सकी तो बीते 18 दिसम्बर को उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। मनीषा की मौत की खबर जब उसके ससुरालियों को दी तो वह भी सबकुछ जानने के बाद भी उसका दाह संस्कार करने नहीं आए और पिता ने अपनी पुत्री का दाह संस्कार ग्राम रिजौदा के पंचगणों के समक्ष सभी की सहमति से किया। इस मामले में फरियादी पिता ने अपनी पुत्री की मौत दहेज प्रताडऩा के चलते होने की शिकायत एसडीओपी कोलारस को की लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। पिता कन्हैया लाल ने पुलिस अधीक्षक से मामले की दहेज लोभियों के विरूद्ध कार्यवाही की मांग की है।