मप्र सरकार के सुशासन दिवस पर भारी आरटीओ शिवपुरी

संजीव पुरोहित
शिवपुरी. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रतिवर्ष 24 दिसम्बर को सुशासन दिवस इसलिए मनाया जाता है। ताकि जनता को शासन के योजनाओं के प्रति न केवल जागरूक किया जाए। बल्कि उन्हें शासन के द्वारा हर योजना का लाभ लेकर प्रदेश के विकास में सहभागी बनें लेकिन यदि मुख्यमंत्री के सुशासन को ही ठेंगा दिखा दें तो इसे क्या कहिएगा? क्योंकि शिवपुरी में सुशासन के नाम पर जो मटियामेट परिवहन कार्यालय विभाग कर रहा है।


 
उसे देखकर तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि यहां सुशासन के महत्व को केवल दिखावा बनाकर जनता के सामने लाया जा रहा है। एक तरफ तो गांधी पार्क में जिला प्रशासन सुशासन दिवस मना रहा है। तो वहीं दूसरी ओर जिला परिवहन विभाग के अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरत रहे जो हफ्ते भर में महज एक या दो दिन ही बैठे वह ही बहुत है। यही कारण है कि अधिकारी के इस रवैये का फायदा कर्मचारी उठा रहे है। जो अपने कार्य के प्रति बेपरवाह बनकर कार्य करने में लगे हुए है। इसे लेकर आज कांग्रेसियों ने आरटीओ विभाग के खिलाफ मोर्चा खोलकर सुशासन के दावे को खोखला करार दिया और कार्यालय में ताला लगाकर नारेबाजी करते हुए जमकर आरटीओ अधिकारी व कर्मचारी सहित राज्य सरकार को कोसा।

प्रदेश शासन के द्वारा प्रतिवर्ष 24 दिसम्बर को सुशासन दिवस मनाया जाता है। इस आयोजन का उददेश्य है कि शासन का हर नुमाईंदा ईमानदारी से अपने कर्तव्य के प्रति सजग रहकर आमजन की समस्याओं को हल करें और उन्हें योजनाओं का लाभ दिलाकर प्रदेश के विकास में भागीदार बनाऐं। जबकि आज गांधी पार्क में जिला प्रशासन द्वारा सुशासन दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के सभी अधिकारियों को इस कार्यक्रम में भाग लेकर सुशासन की शपथ लेनी थी। लेकिन इस दिवस को भी दिखावा साबित कर दिखाया आरटीओ(परिवहन विभाग) ने। जहां विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा किए जाने वाले कार्यों से इस विभाग में आने वाला हर नागरिक पीडि़त है। 
 
इस प्रकार की समस्याओं को देखते हुए आज सुशासन दिवस पर कई नागरिकों ने आरटीओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और इसकी भनक कांग्रेसियों को लग गई। जहां मौके पर पहुंचे कांग्रेसियों ने भी बहती गंगा में हाथ धोने से परहेज नहीं किया और मौके पर मौजूद कई लोगों के साथ सुशासन दिवस के विरूद्ध नारेबाजी करते हुए आरटीओ को कोसा। इससे जब कांग्रेसियों का मन नहीं भरा तो उन्होनें आरटीओ कार्यालय में ताला जड़कर व नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया। इतना सब होने के बाद जब कुछ अधिकारी कर्मचारी इस कार्यालय में कार्य करने आए तो उन्हें कार्यालय में घुसने नहीं दिया बल्कि उन पर दलाल व चोर आदि जैसे गंभीर आरोप लगाए गए है। शासन के दावों की पोल खोलते कांग्रेसियों व जनता का गुस्सा सांतवें आसमान पर था। यही कारण रहा कि इस संपूर्ण मामले की जानकारी मौके पर ही परिवहन आयुक्त को दी। इस मामले में भी परिवहन आयुक्त के गैर जिम्मेदाराना रवैयेपूर्ण जबाब को सुनकर कांग्रेसी भी हतप्रभ रह गए। इस मामले को लेकर आज पूरा परिवहन कार्यालय विभाग में लोगों की भीड़ लगी रही। 
 
बताया गया है कि आए दिन परिवहन विभाग से संबंधित किसी भी कार्य के लिए दलाल सक्रिय है। जो छोटे से छोटे कार्य को भी बिना-लेनदेन के नहीं करते। साथ ही अधिकारी के नगवार रवैये का फायदा उठाकर विभाग के ही कर्मचारी भी इस तरह कार्य करने से पीछे नहीं हटते। जिससे कई बार आरटीओ विभाग में ताला बंदी व तोडफ़ोड़ भी पूर्व में हो चुकी है। इसके बाद भी विभाग कोई सबक नहीं ले रहा यदि इस रवैये में सुधार नहीं हुआ तो यह मामला और आगे बढ़ेगा और इसके कई गंभीर परिणाम सामने आ सकते है।

कांग्रेसियों के आरोप शिवपुरी में भी निकल सकते हैं करोड़ों के आसामी!
 
 जिला परिवहन कार्यालय में हुए हंगामे को लेकर आज जब कांग्रेसियों ने परिवहन विभाग का घेराव किया तो इनमें मौजूद शहर कांग्रेस अध्यक्ष राकेश गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि अन्नी शर्मा, पूर्व जिलाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण धाकड़ सहित अन्य कांग्रेसियों ने परिवहन विभाग के प्रदेश भर में पदस्थ अधिकारी-कर्मचारियों के यहां पड़े रहे लोकायुक्त के छापे के दौरान मिली करोड़ों की संपत्ति का खुलासा शिवपुरी में भी हो सकता है। क्योंकि शिवपुरी में भी आरटीओ विभाग में ऐसे कई कर्मचारी व चपरासी है। जो महज तनख्वा के नाम पर अपने पास अच्छा खासा मोटा धन ऐंठे रखे है। यदि लोकायुक्त ने शिवपुरी में भी इस प्रकार की कार्यवाही को अंजाम दिया तो वह दिन दूर नहीं जब परिवहन विभाग के अधिकारी के ड्रायवर, चपरासी और ऐसे ही न जाने कितने कर्मचारी मिलेंगे जो आज करोड़ों की संपत्ति के आसामी बने हुए है।  कांग्रेसियों का आरोप है कि महज 5-10 हजार रूपये वेतन पाने वाले कर्मचारी के परिवार आज इतने संपन्न है कि इनकी संपत्ति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता। ऐसे अधिकारी, कर्मचारियों व चपरासियों के विरूद्ध कांग्रेस भी लोकायुक्त को शिकायत करेगी और जांच की मांग कर खुलासे जब शिवपुरी में होंगे तो सारी हकीकत अपने आप सामने आ जाएगी। इस वक्तव्य को सुन वहां मौजूद कर्मचारियों ने वहां से निकलना ही उचित समझा।

क्या कहा परिवहन आयुक्त ने 
इस पूरे मामले के बारे में जब मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों ने परिवहन विभाग में मच रहे हो-हल्ला की शिकायत के बारे में परिवहन आयुकत श्री लाल से दूरभाष पर चर्चा की तो वह भी गैर जिम्मेदाराना तरीके से अपने कर्तव्य से मुंह मोड़ते नजर आए। श्री लाल ने इस पूरे मामले से दूरी बनाते हुए जिला प्रशासन से बात करने की कही जो कि एक जिम्मेदार अधिकारी के इस प्रकार के रवैये से ऐसा प्रतीत होता है कि यहां तो दाल में काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है।